सार
लोग कहते हैं काम नहीं है, बेरोजगारी (Unemployment) का ठोक सरकार पर लगाकर घर बैठे रहते हैं. लेकिन अगर दिमाग हो तो कुछ भी कर सकते हैं. इस बात का जीता जागता उदाहरण है जापान का ये शख्स. ये शख्स काम-धाम कुछ नहीं करता. लेकिन बेरोजगार नहीं है. हर महीने लाखों कमाने वाला ये शख्स सालाना 6 करोड़ रुपये से ज़्यादा कमाता है. इस शख्स की कमाई का जरिया जितना अलग है उतना ही दिलचस्प भी है.
जापान (Japan) के रहने वाले शोजी मोरिमोटो (Shoji Morimoto) का नाम है. जापान में लोग उन्हें 'डू नथिंग गाय' (Do Nothing Guy) के नाम से जानते हैं. शोजी अपने ही अंदाज़ में पैसे कमाते हैं. लोगों के साथ समय बिताना ही उनका काम है. और इसके लिए वो मोटी रकम वसूलते हैं. शोजी जापान में इतने मशहूर हो चुके हैं कि लोग उनसे मिलने के लिए अपॉइंटमेंट लेते हैं.
शोजी मोरिमोटो लोगों को भावनात्मक सहारा देते हैं. उनका काम है लोगों के अकेलेपन को दूर करना. अकेले रहने वाले लोग शोजी से मिलते हैं, उनसे कॉन्ट्रैक्ट करते हैं और उन्हें पैसे देते हैं. शोजी लोगों के साथ लंच करते हैं, उनके साथ बैठकर उनकी बातें सुनते हैं. लेकिन उन्हें कोई सलाह नहीं देते. ना ही उनका कोई काम करते हैं. ना ही उनके साथ किसी भी तरह के शारीरिक काम में शामिल होते हैं. बस लोग शोजी की मौजूदगी चाहते हैं.
शोजी मोरिमोटो का कहना है कि कुछ ना करना ही उनका काम है. जापान में शोजी मोरिमोटो इसी काम की वजह से मशहूर हुए हैं. सोशल मीडिया पर भी उनकी खूब चर्चा होती है. शोजी मोरिमोटो के काम को सोशल मीडिया पर भी सराहा जा रहा है. लोगों को शोजी मोरिमोटो की ये सर्विस काफी पसंद आ रही है.
शोजी मोरिमोटो हर ऑफर स्वीकार नहीं करते. वो उन्हीं कामों के लिए हां करते हैं जिनसे उन्हें खुशी मिलती है. वो शारीरिक संबंध बनाने से साफ इनकार कर देते हैं. शोजी मोरिमोटो को संगीत की ज़्यादा जानकारी नहीं है इसलिए वो किसी म्यूजिक कॉन्सर्ट में नहीं जाते. शोजी मोरिमोटो को अपने काम पर गर्व है. उनका कहना है कि मेरी मौजूदगी से अकेले रहने वाले लोगों को खुशी मिलती है. लोगों को खुश रखना ही मेरा काम है.
जापान के लोगों के लिए मददगार बने शोजी मोरिमोटो : जापान में अकेले रहने वाले लोगों की संख्या काफ़ी ज़्यादा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक घर में अकेले रहने की वजह से करीब 40 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है. 4 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत के बारे में तो 1 महीने बाद पता चला. जापान में बुज़ुर्गों की संख्या काफ़ी ज़्यादा है. ये सभी लोग अकेले अपनी ज़िंदगी बिता रहे हैं. बुढ़ापे में इनके साथ रहने वाला कोई नहीं होता. ऐसे में घर में अकेले होने की वजह से अगर उनकी मौत भी हो जाती है तो किसी को पता ही नहीं चलता. शोजी मोरिमोटो ऐसे ही अकेले लोगों के साथ समय बिताते हैं जो कई लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है.