सार

एक भारतीय ने एक्स पर यूरोप से तुलना करते हुए लिखा कि भारत एक गंदा देश है और यहां चीजें कभी ठीक नहीं होंगी। इस पर एक जर्मन महिला ने एक्स पर ही विरोध जताया।
       

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और मुंबईकर ने अपने देश को गंदा बताया, तो एक जर्मन महिला ने इसका विरोध किया। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और एक्स यूजर अमित शांडिल्य ने अपने एक्स हैंडल पर यूरोप से तुलना करते हुए भारत को गंदा देश बताया। 

पिछले 4 फरवरी को अमित ने अपने एक्स पर लिखा, 'भारत गंदा है। दुनिया में कुछ जगहें गंदी हैं। तुलना करने पर, कुछ देश ऐसे हैं जिनका जीडीपी भारत के जीडीपी का एक अंश मात्र है। वहीं, कुछ देश ऐसे भी हैं जिनकी आबादी भारत के बराबर है। उनकी स्ट्रीट फूड गाड़ियों की रसोई भारत के पांच सितारा होटलों की रसोई से भी साफ-सुथरी है।' अमित ने लिखा कि भारत से कम साक्षरता और दोगुनी आबादी वाले देशों में भी बेहतर हवा, साफ पानी और बेहतर नागरिकता है। उन्होंने लिखा कि जिन नदियों का कोई धार्मिक महत्व नहीं है, उनमें हमारे 'माँ' कहे जाने वाली नदी के पानी से भी ज्यादा शुद्ध पानी है। 

अमित ने लिखा कि भारत के इतने गंदे होने का कारण इच्छाशक्ति वाली सरकार का न होना है और चंद्र मिशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसका कोई समाधान नहीं हैं। उन्होंने लिखा कि अगर कोई विदेशी भारत के खिलाफ कुछ कहता है, तो हमें गुस्सा होने का भी अधिकार नहीं है और हम आलोचना को भी देशद्रोही साजिश कहते हैं। इससे देश का भला नहीं होगा। 

4 फरवरी को लिखे गए अमित के पोस्ट पर 6 फरवरी को एक जर्मन महिला, मारिया विर्थ ने जवाब दिया। 'भारत गंदा नहीं है। यह शांडिल्य कौन है?' उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर गुस्से से लिखा। उन्होंने एक्स को टैग करते हुए पूछा, 'इस पक्षपाती ट्वीट को 2 दिनों में 6 लाख से ज्यादा व्यूज क्यों मिल रहे हैं?' उन्होंने लिखा, 'अमेरिका और यूरोपीय शहरों और वहां के लोगों की निराशा को देखो। फिर भारत से तुलना करो। जब आपको गंदगी दिखे, तो पहले अपने मन में झाँको।' मारिया के पोस्ट को सिर्फ 19,900 लोगों ने देखा। वहीं, भारतीय एक्स यूजर्स मारिया को सलाह देने में लगे रहे। ज्यादातर लोग अमित शांडिल्य के समर्थन में उतरे। एक यूजर ने लिखा, ‘आपको भारत से प्यार हो सकता है। लेकिन इसकी वजह से आप भारत की असलियत नहीं देख पा रहे हैं।’