बिना कान वाले सांप कैसे सुन पाते हैं? पढ़ें सांपों के बारे में रोचक फैक्ट
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सांपों को फोन में ही नहीं, असल में भी बहुत से लोगों ने देखा होगा। कुछ लोगों को सांपों से बहुत डर लगता है। क्योंकि सांप का काटना बहुत खतरनाक होता है। दुनिया भर में हर साल बहुत से लोग सांप के काटने से मर जाते हैं। असल में सांप यूं ही किसी को नहीं काटते।
अगर हम उनके रास्ते में आते हैं तो ही वो हम पर हमला करते हैं। सांप छोटी सी हरकत को भी बहुत साफ सुन सकते हैं। इसलिए जो लोग बहुत तेज सुनते हैं उन्हें आप सांप के कान कहते हैं। असल में सांपों के कान ही नहीं होते। ये बात बहुत से लोग जानते होंगे।
लेकिन सवाल ये है कि वो आवाजें कैसे सुन पाते हैं। आइए जानते हैं कि सांपों को आखिर कैसे सुनाई देता है।
क्या सांप सुनते हैं?
असल में सांपों के बाहरी कान तो बिल्कुल नहीं होते। लेकिन उनके अंदरूनी कान जरूर होते हैं। इसलिए सांप हर आवाज को सुन पाते हैं। सांपों के अंदरूनी कान ध्वनि कंपन को पहचान सकते हैं। इंसान 20 से 20 हजार हर्ट्ज तक की आवाजें सुन सकते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सांप 200 से 300 हर्ट्ज तक की आवाजें सुन सकते हैं?
जमीन के कंपन को सुनते हैं
सांप अपने जबड़े की हड्डियों के जरिए जमीन के कंपन को महसूस करते हैं। सांपों की जबड़े की हड्डी इस कंपन को उनके अंदरूनी कान तक पहुंचाती है। इससे उन्हें आवाज को पहचानने में मदद मिलती है। क्या आप जानते हैं? सांपों को असल में सुनाई नहीं देता। लेकिन ये अपनी जीभ से ही बातचीत करते हैं।
सांपों की त्वचा खास होती है
सांप अपनी त्वचा से ही आवाज सुन पाते हैं। ये आवाज उनके दिमाग तक जाती है। सांपों में मौजूद इस खूबी की वजह से वो आसानी से जान पाते हैं कि उन पर कौन हमला कर रहा है।
सभी सांप अंडे नहीं देते
जी हां.. स्कूल में ही हमने ये जाना था कि सरीसृप, स्तनधारियों से बहुत अलग होते हैं। क्योंकि सांप बच्चे पैदा करने की बजाय अंडे देते हैं। ये तो सभी जानते हैं। लेकिन करीब 70% सांप ही अंडे देते हैं। बाकी सांप अंडे नहीं देते।
खासतौर पर ठंडे माहौल में रहने वाले सांप अंडे देने की बजाय बच्चे पैदा करते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अंडे ठंडे माहौल में जिंदा नहीं रह पाते।
सांपों की पलकें नहीं होतीं
क्या आपने कभी सोचा है कि सांप इतने डरावने क्यों होते हैं? इसकी असली वजह है उनकी पलकें न होना। जी हां, सांपों की पलकें नहीं होतीं। इसकी वजह से वो हमेशा अपनी आंखें खुली रखते हैं। यहां तक कि सोते समय भी उनकी आंखें खुली रहती हैं।
हालांकि, उनकी आंखों की सुरक्षा के लिए, पलकों की कमी के कारण, उनकी प्रत्येक आंख पर एक पतली झिल्ली होती है। इस झिल्ली को 'ब्रिल' कहा जाता है। जर्मन भाषा में इसका अर्थ है चश्मा।
सांप अपनी जीभ से सूंघते हैं
सांपों के भी इंसानों की तरह नाक के छेद होते हैं। लेकिन वो उनका इस्तेमाल सूंघने के लिए नहीं करते। सांप अपनी जीभ से ही सूंघते हैं। सांपों में सूंघने की अद्भुत क्षमता होती है। इसलिए इसे "स्टीरियो में सूंघना" भी कहा जाता है।