सार

कोरोना महामारी की वजह से कई देशों में लंबा लॉकडाउन रहा। लोग घरों में कैद रहे। अमेरिका में भी लंबे समय तक घरों में कैद रहने की वजह से लोगों में अकेलापन सहित मानसिक बीमारियों ने जन्म लिया। अब इन दिक्कतों को दूर करने के लिए अमेरिका में गायों को गले लगाने का चलन बढ़ा है। सीएनबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां लोग गायों को गले लगाने के लिए 1 घंटे का 16 हजार रुपए तक दे रहे हैं। फोर्ब्स ने भी इसी साल मार्च महीने में गाय को गले लगाने की थेरेपी पर एक स्टोरी पब्लिश की थी, जिसके मुताबिक, अमेरिका में कोविड महामारी में गाय पालन का काम काफी लोकप्रिय हुआ है। 

नई दिल्ली. कोरोना महामारी में गाय कितनी महत्वपूर्ण है, इसकी झलक अमेरिका में देखने को मिल रही है। यहां गाय को गले लगाने भर से लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। उन्हें दिमागी रूप से शांति मिल रही है। सीएनबीसी की एक रिपोर्ट में बताया गया कि गाय को गले लगाने के लिए लोग प्रति घंटा 15 से 16 हजार रुपए तक दे रहे हैं। कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा ने भी वीडियो शेयर कर गाय को हग करने की थेरेपी की तारीफ की।  

गाय को गले लगाने से क्या-क्या फायदा?
सीएनबीसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कोरोना में लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में वे अकेलेपन सहित कई मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में गाय को गले लगाने से उन्हें फायदा होता दिख रहा है। सीएनबीसी के वीडियो स्टोरी में कुछ महिलाएं दावा कर रही हैं कि गाय को गले लगाने से उन्हें मानसिक शांति मिली है। इसके अलावा अकेलापन दूर करने में भी गाय बहुत कारगर साबित हो रही है। इसके अलावा निराशा दूर करने और चिंतित लोग भी गाय के गले लगाने की थेरेपी से फायदा ले रहे हैं। 

पहले गाय के पास कुछ देर तक घूमते हैं
अमेरिका में गायों को पालने के लिए बड़े-बड़े फॉर्म होते हैं। जहां दूध का उत्पादन होता है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गाय को गले लगाने से स्वास्थ्य लाभ होता है। जहां गाय होती हैं वहां लोग पहले दो से तीन घंटे घूमते हैं फिर गाय को गले लगाते हैं। दुलारते हैं। माना जाता है कि गाय का पालना सकारात्मकता को बढ़ावा देता है और ऑक्सीटॉसिन को बढ़ाकर तनाव को कम करता है। 

गले लगाने की थेरेपी के लिए एडवांस बुकिंग
फोर्ब्स ने इसी साल मार्च महीने में गाय को गले लगाने की थेरेपी पर एक स्टोरी पब्लिश की थी, जिसके मुताबिक, अमेरिका में कोविड महामारी में गाय पालन का काम काफी लोकप्रिय हुआ है। केली गोर्मली ने वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में बताया था कि कैसे एरिजोना में एनिमल फार्म सैंक्चुअरी लोगों से गाय पालने के लिए $75 प्रति घंटे फीस ले रहा है। इतना ही नहीं, एनिमल सैंक्चुअरी की मालिक एमी को इस सेवा से जुड़े हर दिन लगभग 20 फोन आते हैं। उनके यहां तो गायों को गले लगाने के लिए एडवांस बुकिंग भी चल रही है। मार्च में ही जुलाई तक बुकिंग हो गई थी। 

 

 

गले लगाने का स्वास्थ्य से क्या जुड़ाव है?
गले लगाने से खुद गायों को भी बहुत अच्छा लगता है। एप्लाइड एनिमल बिहेवियर साइंस जर्नल में 2007 के एक अध्ययन में कहा गया है कि गाय की गर्दन और पीपीठ के ऊपरी हिस्से पर मालिश करने पर उसे बहुत आराम पहुंचता है। अध्ययनों ने ये भी सुझाव दिया है कि गले लगाने से तनाव कम होता है और दिल की बीमारी में भी फायदा होता है। 2011 में फोर्ब्स के लिए कैरोलिन रोसेनब्लैट ने एक आर्टिकल लिखा, जिसमें थेरेपिस्ट वर्जीनिया सतीर के हवाले से कहा, हर दिन हमें कम से कम 4 बार गले लगाना चाहिए। वहीं और अच्छा होगा अगर दिन में 8 बार गले लगाए। इतना ही नहीं, तेजी से विकास के लिए दिन में 12 हग की जरूरत है।

मिलिंद देवरा ने ट्वीट कर थेरेपी की तारीफ की
मिलिंद देवरा ने सीएनबीसी का वीडियो शेयर कर लिखा, यूनाइटेड स्टेट में गाय को गले लगाने से स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है। इसके लिए लोग एक घंटे का 200 डालर यानी करीब 15 हजार रुपए दे रहे हैं। स्पष्ट रूप से भारत इसमें आगे है। धार्मिक शास्त्रों में 3,000 से अधिक सालों से गायों की पूजा करने की बात कही गई है। 

सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा वीडियो

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