सार

जापान के कुछ गांवों में आबादी घटने की समस्या से निपटने के लिए सरकार अनोखी पहल कर रही है। योजना के तहत, गांवों में युवकों से शादी करने वाली युवतियों को 3.52 लाख रुपये नकद, शादी का खर्च, यात्रा का खर्च, और गिफ्ट दिए जाएंगे।

टोक्यो. अरे यार, शादी कैसे करूं? खर्च, साल, छुट्टी, सब हिसाब लगाकर शादी से दूर रहते हैं तो एक मौका है। शर्त यह है कि इस गांव के युवकों से शादी करने वाली युवतियों को सरकार 3.52 लाख रुपये नकद, शादी का खर्च, आप कहीं भी हों, यात्रा का खर्च, सब कुछ सरकार देगी। इसके साथ ही शादी करके घर बसाने के लिए जरूरी सामान समेत गिफ्ट भी सरकार देगी। इस ऑफर को आजमाना है तो एक ही शर्त है, यह योजना जापान ने लागू की है। जापान जाकर शादी करके वहीं बसने का प्लान है तो इस स्कीम का फायदा उठा सकते हैं। 

ऐसा क्यों है कि जापान ने इस तरह की योजना लागू की है, यह जानने की उत्सुकता हो सकती है। इसका जवाब भी है। खासतौर पर युवतियों के लिए यह योजना लागू की गई है। जापान के ज्यादातर गांवों में आबादी में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। खासतौर पर कुछ समुदायों में आबादी विलुप्त होने की कगार पर है, ऐसा एक अध्ययन में कहा गया है। इसलिए ग्रामीण आबादी बढ़ाने के लिए यह योजना लागू की गई है। 

 

गांव से ज्यादातर लोग काम, रोजगार के लिए शहर का रुख कर चुके हैं। वहीं गांव में खेती, किसानी, नौकरी करने वाले युवकों से शादी करने के लिए ज्यादातर लोग तैयार नहीं हैं। अगर मान भी गए तो शहर में रहने की मजबूरी आ जाती है। वही गांव की युवतियां शहरी हो रही हैं। इसलिए जापान सरकार युवतियों को यह खास पैकेज दे रही है। 

गांव में समुदायों की आबादी बढ़ाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। आबादी का असंतुलन जापान के लिए चिंता का विषय बन गया है। इसलिए नकद राशि, उपहार, खर्च आदि कई तरह के लाभ इस योजना के तहत दिए जा रहे हैं। लेकिन इस योजना से जापान की विपक्षी पार्टियां नाराज हैं। उनका कहना है कि इस योजना से फायदे से ज्यादा नुकसान है। इसलिए जोखिम उठाना सही नहीं है।

दुनिया में यह योजना नई नहीं है। इससे पहले चीन ने भी इसी तरह की आबादी में गिरावट को रोकने के लिए योजना लागू की थी। चीन के ग्वांगडोंग प्रांत में मार्च महीने में इसी तरह की योजना लागू की गई थी। शादी करके बच्चे पैदा करने वाले जोड़ों को नकद राशि समेत अन्य सुविधाएं दी जा रही हैं। इससे युवा वर्ग शादी करके परिवार बढ़ाने में जुटे और आबादी में उम्र के असंतुलन, युवा वर्ग की कमी के असंतुलन को दूर किया जा सके।