सार
जापान की एक कंपनी धूम्रपान न करने वाले कर्मचारियों को सालाना 6 अतिरिक्त छुट्टियां दे रही है। इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना और धूम्रपान से होने वाले नुकसान से बचाना है।
टोक्यो.ऑफिस का काम, तनाव, काम के बीच ब्रेक, इस तरह मिलने वाले ब्रेक में सिगरेट-चाय कई लोगों की आदत बन गई है. बहुत से लोग काम के दौरान कम से कम 3 से 4 स्मोक ब्रेक लेते हैं. लेकिन इसी कंपनी में सिगरेट न पीकर केवल चाय या कॉफी के लिए ही ब्रेक लेने वाले भी होते हैं. अब इस कंपनी ने धूम्रपान न करने वाले कर्मचारियों को नया ऑफर दिया है. धूम्रपान न करने वाले कर्मचारियों को सालाना 6 छुट्टियाँ दी जाएंगी. कुल मिलाकर 6 छुट्टियाँ लेकर ज़िन्दगी का आनंद उठाने का सुझाव कंपनी ने दिया है. इस नए नियम से बड़ा बदलाव आया है. इस कंपनी में अच्छा वेतन भी दिया जाता है. लेकिन कंपनी जापान में है.
कंपनी में काम करने वाले नॉन स्मोकर (सिगरेट न पीने वालों) को ध्यान में रखते हुए पियाला इंक मार्केटिंग कंपनी ने नया नियम लागू किया है. सिगरेट पीने वाले कई ब्रेक लेते हैं. लेकिन नॉन स्मोकर्स इस तरह ब्रेक न लेकर काम करते हैं. इसलिए इन्हें कंपनी ने तोहफा दिया है. जो कर्मचारी सिगरेट नहीं पीते हैं उन्हें सालाना 6 छुट्टियाँ कंपनी अतिरिक्त देगी.
यह छुट्टी केवल नॉन स्मोकर्स के लिए है. परिवार के साथ, दोस्तों के साथ घूमने, ज़िन्दगी का और आनंद लेने के लिए कुल मिलाकर 6 छुट्टियाँ दी जा रही हैं. 6 छुट्टियों का भुगतान भी कंपनी करेगी. कंपनी के इस नियम से अब कई लोग, परिवार वाले ऑफिस में, काम के दौरान धूम्रपान छोड़ चुके हैं. कुछ लोग कम करते-करते अब पूरी तरह से धूम्रपान छोड़ चुके हैं. इससे कंपनी की उत्पादकता बढ़ी है, ऐसा पियाला इंक का कहना है.
हर बार 10 से 15 मिनट का स्मोक ब्रेक लेते हैं. यह सालाना कुल मिलाकर 2 से ज़्यादा से ज़्यादा 3 कार्य अवधि के दिन हो सकते हैं. लेकिन इस ब्रेक से उत्पादकता प्रभावित हो रही है. इतना ही नहीं, धूम्रपान न करने वालों को लगता था कि धूम्रपान की लत न लगाना उनकी गलती है. अब स्मोकर्स सिगरेट छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. साल में 6 छुट्टियाँ एक साथ लेना संभव है.
मार्केटिंग कंपनी में काम का तनाव ज़्यादा होता है. इसलिए स्मोकर्स की संख्या और धूम्रपान की संख्या भी ज़्यादा थी. इससे कई लोगों को स्वास्थ्य समस्याएँ होने लगीं. इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए नया नियम लागू किया गया है. यह सफल रहा है, ऐसा कंपनी का कहना है.