सार

10 साल तक वो लड़ा। क्रूरता के आधार पर तलाक भी मिल गया। पत्नी की 60,000 रुपये मासिक तनख्वाह भी है। उसे फिर भी 30 लाख रुपये गुजारा भत्ता देना होगा।

तलाक के मामलों में गुजारा भत्ता देना कोई नई बात नहीं है। अक्सर पुरुषों द्वारा गुजारा भत्ता दिए जाने पर आलोचनाएं भी होती हैं। लेकिन, अब एक्स (पहले ट्विटर) पर दीपिका नारायण भारद्वाज द्वारा शेयर किया गया एक पोस्ट वायरल हो रहा है। पोस्ट में एक युवक को तलाक के बाद 30 लाख रुपये गुजारा भत्ता देने के बारे में बताया गया है। युवक का कहना है कि उसे क्रूरता के आधार पर तलाक तो मिल गया, लेकिन फिर भी उसे इतनी बड़ी रकम गुजारा भत्ता देना पड़ रहा है। 

‘10 साल तक वो लड़ा। क्रूरता के आधार पर तलाक भी मिल गया। पत्नी की 60,000 रुपये मासिक तनख्वाह भी है। उसे फिर भी 30 लाख रुपये गुजारा भत्ता देना होगा। महिला सशक्तिकरण के लिए बनाए गए कानूनों का इस्तेमाल पुरुषों को कमजोर करने और उनका शोषण करने के लिए किया जा रहा है। ऐसे मामलों को देखकर लगता है कि आखिर कोई क्यों लड़े’। 

उन्होंने एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है। इसमें बताए गए युवक के साथ हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट है। इसमें वह सारी बातें विस्तार से बता रहा है। वह यह भी बताता है कि 2014 में शुरू हुई कानूनी लड़ाई अब खत्म होने वाली है। पोस्ट बहुत जल्द वायरल हो गया। कई लोगों ने पोस्ट पर कमेंट किए। 

एक यूजर ने सवाल किया है कि अगर यही फैसला है तो कैसे कहा जा सकता है कि वह जीता है? एक अन्य यूजर ने लिखा है कि वह हमेशा शादी के लिए नौकरीपेशा महिलाओं को तरजीह देते थे। यानी अगर कुछ होता है तो गुजारा भत्ता नहीं देना पड़ेगा। लेकिन, अब ऐसा सोचना बेमानी लगता है।