स्कूल की किताबें और नोटबुक की प्रिंटिग के लिए लंबी प्रोसेस अपनानी पड़ती है। ऑफसेट प्रिंटिंग, फोल्डिंग, स्टिचिंग के अलावा कवर प्रिंटिंग तकनीक से बनती हैं। पैक्ड होकर ये स्कूलों तक पहुंचती हैं। देखिए वायरल वीडियो में पूरी प्रोसेस।
Notebook And Reading Book Manufacturing Process: स्कूल की फीस के साथ स्टेशनरी की बढ़ती कीमतें पेरेंटस के लिए सिरदर्द बन चुका हैं। माता- पिता के जेब का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन इन सब के बीच क्या आप नोट बुक और स्कूल बुक की कैसे प्रिंटिग होती है। इसके बारे मेंहम आपको बता रहे हैं। इस न्यूज के साथ आप पूरी प्रिंटिंग का वीडियो भी आप देख सकते हैं।
नोटबुक और किताब की कैसे होती है प्रिंटिग
सबसे पहले कागज़ को प्रिपेयर किया जाता है। बड़े रोल में आए व्हाइट कागज़ को प्रिंटिंग मशीन में इनबिल्ट पेपर पर लाइनें, मार्जिन और पेज नंबर अंकित करवाए जाते हैं। यह काम ऑफसेट प्रिंटिंग मशीन से होता है। नोटबुक में हिंदी, अंग्रेजी, स्क्वायर, और प्लेन जैसे डिफरेंट टाइप होते हैं, जिन्हें अलग-अलग जरूरतों और कक्षाओं के हिसाब से बनाया जाता है।
इसके बाद कागज को कट और फोल्ड किया जाता है। खास मशीनें पेपर को सटीक मेजरमेंट से काटती हैं और फिर उन्हें पन्नों की एक बाड में फोल्ड कर दिया जाता है। आमतौर पर एक नोटबुक में 40 से 172 पेज हो सकते हैं, और ये पेज कई शीटों के फोल्ड होने से बनते हैं। इसके
उसके बाद, यह पन्ने स्टिचिंग प्रोसेस की जाती हैं, जहां नोटबुक का बीच में स्टेपल किया जाता है ताकि पन्ने मजबूती से टिके रहें। कभी-कभी इनमें स्पाइरल बाइंडिंग भी की जाती है, जो सस्ती और फ्लेकेस्बल होती है।
कवर को बनाया जाता है सबसे अट्रेक्टिव
इसके बाद नोटबुक के कवर को भी प्रिंट किया जाता है, ज्याादातर ये कलरफुल होता है। जो मोटे कार्डबोर्ड और टाइप किए गए डिजाइन से बनता है। स्कूल या फिर संस्थान का नाम, लोगो, और कलर डिजाइनों को प्रिंट किया जाता है। यह कवर नोटबुक को खूबसूरत बनाता है और अट्रेक्टिव बनाता है।
इसके बाद हर नोटबुक का पैकेज किया जाता है। इसके बाद सैकड़ों की तादाद में नोटबुक कार्टून में पैक होकर दुकानों या डिस्ट्रीब्यूटरों और तो स्कूलों तक भेजी जाती हैं। हर जगह नोटबुक की डिमांड के मुताबिक कॉपी- किताबें भिजवाई जाती हैं।
एक किताब की प्रिंटिग के लिए होती लंबी प्रोसेस
इस पूरे मेकअप और अलग-अलग प्रिंटिंग प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। कई मशीनों और स्किल्ड एंप्लाई कर्मचारियों की मेहनत इसमें शामिल होती है, इसे इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि बच्चे आसानी से इस पढ सके। इसका वीडियो देखकर आप समझ जाएंगे कि नोटबुक मेकिंग में प्रोफेशनलिज्म और टेक्नीक लगती है।
