नई दिल्ली. भारत को गांवों का देश कहा जाता है। यहां अधिकतर जिंदगी गांवों में बसती है लेकिन गांव पिछड़ेपन और लकीर के फकीर के तौर पर भी जाने जाते हैं। गांव में अशिक्षा, गरीबी और गंदगी के कारण बदनाम हैं। प्रगतिशील शब्द भारतीय गांवों के लिए बिल्कुल नहीं बना है जहां लैंगिक भेदभाव, कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह और बड़े पैमाने पर अशिक्षा पाई जाती है। इसके अलावा भी बहुत भी बुरी चीजों के लिए भारतीय ग्रामीण क्षेत्र बदनाम हैं। पर ऐसा भी है कि शहरों में भी ऐसी समस्याएं बराबर पाई जाती हैं। पर क्या हो अगर हम आपको हाईटेक गांव के बारे में बताएं? जी हां यहां अपने देश भारत में, कुछ ऐसा गांव भी हैं जिन्होंने रूढ़िवादी विचारों को आईना दिखाया है। तो हम आपको इन्हीं पांच गांवों के बारे में बता रहे हैं जिसमें कोई बेटी के जन्म पर जश्न मनाया है तो कोई पूरी तरह हाईटेक और गरीबी से दूर है....