पाकिस्तान के स्कूलों में इस समय ‘सिर तन से जुदा’ करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। छोटी-छोटी बच्चियोंको तलवार से सिर काटने का डेमो दिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।   

Children in Pakistan are being trained to slit throats: पाकिस्तान एक कट्टर इस्लामिक देश है। यहां के आम नागरिकों को बचपन यानि स्कूली शिक्षा से ही क्रूरता और खुद को सबसे ऊपर समझनी सीख दी जाती है। यहां बच्चोंको अपने धर्म के खिलाफ बोलने वालों का सिर तन से जुदा करने की सीख दी जाती है।

छोटी बच्चियां सीख रही सिर कलम करना 

हाल ही में Reddit पर एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें पाकिस्तान की स्कूलों में छात्राओं को सिर तन से जुदा ( STSJ ) की ट्रेनिंग दी रही है। बच्चों खासकर लड़कियों को एक डमी पुतले का बेरहमी से सिर कलम करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। ग्राउंड पर बैठी छात्राएं इसे ध्यान से देख रही है। बच्चियां इनती छोटी है कि ये सब क्यों औऱ किसलिए करना है, शायद उन्हें ये बात अभी समझ ही नहीं आती होगी।

उदयपुर में हो चुका सिर तन से जुदा की वारदात

स्कूलों में हिंंसा की शिक्षा देना एक ऐसा विषय या पाठ्यक्रम है जो बच्चों को उनके सोशल और रिलीजयस विजन पर ट्रेंड करता है। भारत में इसका खौफनाक रूप देखने को मिल चुका है। Udaipur case में एक दर्जी की इसलिए हत्या कर दी गई थी, क्योंकि उसने दूसरे के धर्म पर सवाल उठाए थे। वही इस एक मुस्लिम छात्र द्वारा अपने हिंदू सहपाठी पर हमला किए जाने की खबर ने देशभर में तूल पकड़ लिया था। इसे अकेली घटना न मानते हुए कहा जा रहा है कि पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश के स्कूलों में बच्चों को इस तरह की विचारधारा से ट्रेंड किया जाता है, जो साम्प्रदायिकता और वैमनस्य को बढ़ावा देती है।

इंटरनेट यूजर्स ने दी नसीहत 

समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए स्कूल जैसी संस्थाओं काम करने की जरुरत होती है। वे बच्चों कलच्ररल एक्टिविटी के जरिए समाज में वैमनस्यता खतम कने की सीख दे सकते है। लेकिन इस तरह हिंसा की ट्रेनिंग किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। इंटरनेट पर इस वीडियो को लेकर तरह तरह के सवाल भी उठाए जा रहे हैं। 

नोट- 
सोशळ मीडिया पर वायर वीडियो और जानाकरी के आधार पर ये खबर शेयर की गई है। अन्य किसी भी जाानकरी को इस्तेमाल करने से पहले उसके ऑफीशियर साइट पर जरुर शेयर करें।