सार
दिल्ली में 21 साल की एक लड़की ने लॉकडाउन में नौकरी गंवाने के बाद अपने दोस्त के साथ मिलकर बहन को लूटने की साजिश रची। हालांकि एक छोटी सी गलती के बाद उसकी पोल खुल गई।
नई दिल्ली. पब्जी में मिले दोस्तों की मदद से 21 साल की एक लड़की ने लूट की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी का नाम ज्योति है। वह पहले सेकेंड हैंड कार डीलर के साथ काम करती थी और 5000 रुपए कमाती थी, लेकिन लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई।
26 जून को वारदात को अंजाम दिया
26 जून की दोपहर में निहाल विहार थाना पुलिस को फोन आया कि मीरा कुंज निलोठी एक्सटेंशन में दो लड़कों ने बंदूक की नोक पर एक महिला को लूट लिया है। मौके पर पहुंचने पर शिकायतकर्ता शशि ने पुलिस को बताया कि दोपहर करीब 1 बजे दो लड़के उसके घर आए और पूछा कि क्या उसका पति बृजेश घर पर मौजूद है।
पति का दोस्त समझकर दरवाजा खोला
उन्होंने बताया कि मैंने पति का दोस्त समझकर दरवाजा खोला। घर में घुसते ही उनमें से एक ने बंदूक दिखाकर उसे पकड़ लिया। दूसरे ने उसे जमीन पर पटक दिया। पिस्टल लेकर आए युवक ने घर की तलाशी ली और बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया। जब पीड़िता ने शोर मचाया तो पड़ोसी आए।
सीसीटीवी से खुली वारदात की पोल
आसपास के सीसीटीवी खंगालने पर पता चला कि आरोपी स्कूटी से आए थे। नंबर के जरिए पुलिस ने आरोपी को ट्रेस कर लिया। आरोपी की पहचान सनी के रूप में हुई। उसने पुलिस को बताया कि वह पीड़िता की सगी बहन ज्योति उर्फ परी को जानता है।
ज्योति ने ही बहन को लूटने की साजिश रची
आरोपी ने बताया कि ज्योति ने उसकी बहन को लूटने की साजिश रची थी। उसी ने ये भी बताया था कि उसके घर पर करीब 60 हजार रुपए रखे हुए हैं। पैसे लूटने के बाद आपस में बांटने का तय हुआ था। ज्योति और सनी को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अन्य आरोपी सैफ फरार है।