सार

यूक्रेन के कीव में 'साथिया' एक भारतीय रेस्तरां है जो रूस के साथ चल रहे संकट के बीच लोगों को आश्रय दे रहा है। यहां अभी 130 लोग सुरक्षित रह रहे हैं। 

ट्रेंडिंग डेस्क: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) का आज नौवां दिन है। यूक्रेन की राजधानी कीव और दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में रूस और यूक्रेन की सेना के बीच घमासान लड़ाई जारी है। इस बीच रूस (Russia) के यूक्रेन पर हमले (Attack on Ukraine) के बीच कीव में 'साथिया' नाम के एक भारतीय रेस्तरां में सैकड़ों लोगों को सुरक्षित आश्रय दिया जा रहा है। आइए आपको बताते हैं, गुजरात के इस शख्स की कहानी, जो दूसरे देशवासियों की दिल-ओ-जान से मदद कर रहे हैं...

यूक्रेन के सबसे अधिक आबादी वाले शहर कीव पर रूस के हमले के बाद, कई लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। सरकारें और अधिकारी अपने नागरिकों को निकालने की व्यवस्था तो कर रहे है, लेकिन हजारों लोग अब भी यहां फंसे हुए है। इस बीच एक भारतीय नागरिक यूक्रेनी लोगों की मदद कर रहा है। जी हां, यूक्रेन के कीव में एक भारतीय रेस्तरां चला रहे गुजरात के मनीष दवे इस संकट के समय में लोगों को अस्थायी आश्रय देने का काम कर रहे है। 

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साथिया नाम के इस भारतीय रेस्तरां और इस नेक पहल के पीछे मनीष दवे देश में रहने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक रेस्तरां खोलने के लिए अक्टूबर 2021 में वडोदरा से यूक्रेन आए थे। इस बीच रूसी आक्रमण के बाद उन्होंने अपने रेस्तरां के तहखाने की पेशकश उन लोगों को की जिन्हें रहने के लिए एक सुरक्षित जगह और खाने के लिए भोजन की आवश्यकता थी। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने सभी लोगों को आमंत्रित किया और लिखा कि "हम मुफ्त भोजन की व्यवस्था करने और अपनी क्षमता के अनुसार रहने की पूरी कोशिश करेंगे। यूक्रेन के साथ एकजुट रहें।"

सोशल मीडिया पर मनीष के इस कार्य की खूब सरहाना की जा रही है कि मुश्किल समय में वह यूक्रेनियों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। बता दें कि साथिया रेस्तरां अपने परिसर में 130 से अधिक लोगों को आश्रय दिया गया है। मनीष और उनके 11 सदस्यों के कर्मचारी निवासियों के लिए दाल और चावल जैसे भारतीय भोजन तैयार करते हैं। रेस्तरां मालिक को आश्रय को चालू रखने के लिए लोगों से भोजन, चावल और सब्जियों का योगदान मिला है।

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