सार

जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी ए. मुनिस्वामी ने बताया कि ये घटना सोमवार की है जब 6 छात्र लंच ब्रेक में प्रिंसिपल के कमरे में घुसे जहां आयरन टैबलेट रखी थीं।

ट्रेंडिंग डेस्क. ऊटी के स्कूल में शर्त के चक्कर में 13 साल की छात्रा की जान चली गई। वह ऊटी के शासकीय उर्दू मिडिल स्कूल की छात्रा थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्रा और उसके दोस्तों की शर्त लगी थी कि प्रिंसिपल के कमरे में रखी आयरन की गोलियां कौन कितनी ज्यादा खा सकता है। इस दौरान फातिमा के साथ 5 और भी बच्चे थे।

जीत के चक्कर में मिली मौत

पुलिस के मुताबिक शासकीय स्कूल में 6 बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिन बच्चों ने फातिमा से पहले आयरन की गोलियां खाईं थी, उन्हें भी घबराहट और चक्कर आने के बाद ऊटी के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें फातिमा के अलावा 2 छात्र और 3 छात्राएं थीं। लड़कों ने जहां 2-3 आयरन की गोलियां निगल ली थीं तो वहीं बाकी 3 लड़कियों ने 10 गोलियां खाईं। वहीं जीतने के लिए 13 साल की मासूम फातिमा जैबा ने 45 आयरन की गोलियां खा लीं और उसकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई।

टीचर्स और प्रिंसिपल को दिया गया नोटिस

जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी ए. मुनिस्वामी ने बताया कि ये घटना सोमवार की है जब 6 छात्र लंच ब्रेक में प्रिंसिपल के कमरे में घुसे जहां आयरन टैबलेट रखी थीं। ये टैबलेट 8वीं से 12वीं की छात्राओं को हर हफ्ते बांटी जाती थी। लेकिन मस्ती में छात्रों ने इसपर शर्त लगा ली कि कौन ज्यादा गोलियां खाएगा। इस घटना पर स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूल के सभी टीचर्स और प्रिंसिपल को नोटिस जारी करते हुए मामले पर सफाई मांगी है।

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