सार
एटीवी (awaaz the voice) की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्दकी पाकिस्तान में रहते हुए फ्रांस 24, गार्जियन, न्यू यॉर्क टाइम्स के लिए रिपोर्ट करते थे। इसी दौरान 2018 में उन्हें हथियारों से लैस लोगों ने किडनैप कर लिया था।
वायरल डेस्क. पाकिस्तान में स्वतंत्रता नाम की कोई चीज नहीं है, यहां केवल इस्लामिक कट्टरता और आर्मी की तानाशाही ही चलती है। कहने को सरकार है पर वो भी अपने आकाओं से दबी रहती है। ऐसे में अगर कोई सच लिखता है तो उसकी आवाज दबाने के लिए पाक सरकार और यहां तक की सेना एड़ी-चोटी का जाेर लगा देती है। ऐसी ही कहानी है पाकिस्तान के चंगुल से बचकर भाग पाकस्तिान पत्रकार ताहा सिद्दकी (Taha Siddiqui) की।
2018 में हुए थे किडनैप
ताहा सिद्दकी सम्मानित पत्रकार हैं जो कुछ साल पहले पाकिस्तानी सेना द्वारा दोबारा किडनैप होने से बचकर भागे। उन्होंने अपनी इस खौफनाक दास्तां को अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘Dissident Club’ में बयां किया है। एटीवी (awaaz the voice) की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्दकी पाकिस्तान में रहते हुए फ्रांस 24, गार्जियन, न्यू यॉर्क टाइम्स आदि के लिए रिपोर्ट करते थे। इसी दौरान 2018 में उन्हें हथियारों से लैस लोगों ने किडनैप कर लिया था। सिद्दकी के मुताबिक ये पाकिस्तान मिलिट्री ही थी।
चुप रहो या मरो
सिद्दकी ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में बताया कि ये उनके दूसरे जीवन की तरह है। 2018 में किडनैप होने से पहले उन्हें पाक सेना से लगातार धमकियां मिलती थीं। वे किडनैप होने के बाद जैसे-तैसे भाग निकलने में कामयाब हो गए थे। इसके बाद भी उन्हें लगातार धमकियां मिलती रहीं। अब फ्रांस में जाकर बस चुके इस पत्रकार ने बताया कि उन्हें चुप रहने के लिए कहा जाता था। उन्हें कहा जाता था कि उन्होंने लिखना बंद नहीं किया तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद सिद्दकी ने पाकिस्तान छोड़ दिया।
पाकिस्तान की किल लिस्ट में सिद्दकी
सिद्दकी ने पाकिस्तान में आर्मी की एक और खौफनाक करतूत का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि कैसे पाकिस्तान में आवाज उठाने वाले लोग अचानक गायब हो जाते हैं। कैसे रातों-रात उनके खिलाफ षड्यंत्र रच कर उनकी हत्या कर दी जाती है और ऐसे ठिकाने लगा दिया जाता है कि किसी को कभी पता ही नहीं चलता। सिद्दकी अब पाकिस्तान की किल लिस्ट में हैं। उनके मुताबिक वे अपने देश कभी वापस नहीं लौट सकते क्योंकि उन्हें मार दिया जाएगा। सिद्दकी ने पैरिस में एक बार खोला है और इसी के साथ Dissident Club भी बनाया है, जिससे वे अपने जैसे लोगों की मदद कर सकें।