सार
द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) फिल्म रिलीज होने के बाद एक बार फिर से कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) के बारे में चर्चा की जा रही है। सोशल मीडिया में कश्मीरी पंडितों को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं।
ट्रेंडिंग डेस्क. विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (the kashmir files) इन दिनों सुर्खियों में है। कश्मीर के पंडितों के पलायन पर बनी ये फिल्म जहां बॉक्स ऑफिस में अच्छी कमाई कर रही है वहीं, इस फिल्म को लेकर कुछ लोगों की निगेटिव थिकिंग भी है। जिस कारण से फिल्म सुर्खियों में बनी हुई है। 'द कश्मीर फाइल्स' में कश्मीरी पंडितों की उस कहानी को दिखाया गया है जब वहां रहने वाले कश्मीरी पंडितों को अपना सबकुछ छोड़कर भागना पड़ा था। ये घटना 90 के दशक की है। लेकिन क्या आप जानते हैं कुछ कश्मीरी मुस्लिम भी अपने टाइटल्स के पीछे पंडित लगाते हैं। आइए हम आपको बताते हैं आखिर कश्मीरी पंडित कौन हैं और इनका इतिहास क्या है।
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तीन कैटेगरी के हैं कश्मीरी पंडित
कश्मीरी पंडितों का इतिहास बहुत पुराना है। कश्मीरी पंडितों को तीन कैटेगरी में बांटा गया था। हालांकि ये तीनों अलग-अलग नहीं थे। बस हालात ऐसे हो गए कि उन्हें इन तीन कैटेगरी में बांट दिया गया।
बनमासी कश्मीर पंडित- ये वो लोग कहलाते हैं जिन्होंने मुस्लिम राजाओं के दमन के कारण अपना घर छोड़कर दूसरे जगह चले गए और बाद में वापस कश्मीर में रहने लगे।
मलमासी कश्मीरी पंडित- ये वो लोग थे जिन्होंने मुस्लिम राजाओं के दमन के सामने झुके नहीं और यहां डटे रहे।
बुहिर कश्मीरी पंडित- ये वो लोग हैं जो यहां रहकर व्यापार करते हैं।
कुछ मुस्लिम भी लगाते हैं पंडित?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कश्मीर में कुछ मुस्लिम भी पंडित लिखते हैं। ऐसा कहा जाता है कि ये वो लोग अपने सरनेम में पंडित लगाते हैं जो पहले हिन्दू थे औऱ बाद में उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया था। इसी कारण से वो लोग अपने नाम के बाद में पंडित लगाते हैं।
सबसे पुराने निवासी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कश्मीरी पंडित जम्मू और कश्मीर राज्य के सबसे पुराने निवासी माने जाते हैं। पलायन के बाद अब देशभर में कश्मीरी पंडित रह रहे हैं। इन कश्मीरी हिंदुओं की अपनी विशिष्ट जातीय संस्कृति है यह उनकी जीवन शैली और भोजन को परिभाषित करता है। ऐसा कहा जाता है कि कश्मीर एक समय ज्ञान और दर्शन का प्रतिष्ठित केंद्र था।
सारस्वत ब्राह्मण का समूह
कश्मीरी पंडितों को कश्मीरी ब्राह्मण भी कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि कश्मीरी हिंदू सारस्वत ब्राह्मण समुदाय का हिस्सा हैं। वे कश्मीर घाटी से पंच गौड़ा ब्राह्मण समूह से संबंधित हैं। कश्मीरी पंडित मूल रूप से कश्मीर घाटी में रहते थे।