सार
इस गड्ढे के अंदर का तापमान 180 डिग्री सेल्सियल है। यह काफी गर्म है। इसके अंदर का राज जानने के लिए इसी के समान हीट रेजिस्टेंट की जरूरत है। लगातार इस पर काम चल रहा है। कुछ नया और बड़ा खुलासा जल्द हो सकता है।
वायरल डेस्क : स्वर्ग और नर्क के बारें में हर किसी ने सुना होगा लेकिन किसी जीवित इंसान ने आजतक इसे देखा नहीं है। अब इंसान ने एक ऐसा गड्ढा़ खोद डाला है, जिसे नर्क का द्वार कहा जा रहा है। पिछले 20 सालों से कई वैज्ञानिक मिलकर इस द्वार को बनाने का काम कर रहे थे। अब यह बनकर तैयार हो गया है। जमीन से 40,000 फीट नीचे पहुंचकर कई मजदूरों ने करीब 12 किलोमीटर का गड्ढा खोद डाला है। यह धरती का सबसे गहरा छेद है, जिसे नर्क का द्वार बताया जा रहा है।
धरती पर कहां है सबसे गहरा गड्ढ़ा
इस सबसे गहरे गड्ढ़े का नाम 'द कोला सुपरडीप बोरहोल' (Kola Superdeep Borehole) है, जो रुस (Russia) में है। रुस ने साइंस के नाम पर इसे बनाया है। धरती के अंदर के राज को ढूंढने के लिए इस होल को बनाया गया है।
20 साल से चल रहा था काम
इस गड्ढे की खुदाई का काम काफी पुराना है। करीब 20 साल की मेहनत के बाद इसमें सफलता मिली है। इसकी शुरुआत 70 के दशर में ही हो गई थी। दो दशक बाद 12,200 मीटर तक इसे खोद दिया गया था। 1992 में इसका काम रोक दिया गया था। क्योंकि तब अंदर का टेंपरेचर 180 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। जो काफी गर्म था। इससे अंदेशा लगाया गया कि गहरे गड्ढे में तापमान बढ़ता ही जाएगा।
धरती के इतने अंदर जाकर क्या मिला
इतनी गहराई के बाद वैज्ञानिकों ने अंदर का 17 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया। जिसमें अजीबोगरीब आवाज रिकॉर्ड हुई है। बाकी की चीजों को रिकॉर्ड करने हीट रेजिस्टेंट माइक्रोफोन का यूज किया जा रहा है। साइंटिस्ट्स इस छेद को और गहरा करने पर काम कर रहे हैं लेकिन इसके लिए जरुरी हीट रेजिस्टेंट की आवश्यकता है। इस गड्ढ़े में करीब 24 तरह के कई साल पुराने मरे सिंगल सेल के ऑरगनिज्म भी पाए गए हैं। यहां से 2.7 बिलियन साल पुराने कई पत्थर भी पाए गए हैं। वैज्ञानिक इस गड्ढ़े के राज को बाहर लाने के लिए लगातार पता लगाने की कोशिश कर रहे हं। उम्मीद है कि जल्द ही इसको लेकर नया और बड़ा खुलासा हो सकता है।
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