सार
वायरल न्यूज, stray dog covered cloth saved biker on highway । इस धरा पर लाखों प्राणी विचरते हैं, ईश्वर ने सभी को पलने- बढ़ने का सामान मौका दिया है। लेकिन मानव की विस्तारवादी नीतियों ने कई जीवों का अस्तित्व मिटा दिया है। वहीं कुछ तो लुप्त प्राय हो गए हैं। कुछ पशु जो मानव के फ्रेंडली हैं, वो इंसानी बस्तियों में किसी तरह अपना अस्तित्व बचाने में लगे हुए हैं। गाय, बिल्ली और कुत्ते आम तौर पर दिख जाते हैं, ये मानव के कामों में दखल नहीं देते, यही वजह है कि इंसानी बस्तियों में इन्हें जगह मिल गई है। लेकिन कभी-कभी कुछ लोग इन मूक पशुओं के साथ ऐसा कर गुजरते हैं कि लगता है इंसानियत पूरी तरह मर चुकी है। हाल ही में एक वीडियो सामने आया है, जहां एक आवारा कु्त्ते के आंखों, मुंह को कवर कर दिया गया। इसके बाद वह भूखा- प्यासा भटकता देखा गया।
कुत्ते के साथ इंसानियत शर्मसार करने वाली घटना
@Gulzar_sahab एक्स अकाउंट पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक कुत्ता सड़कों पर घूम रहा है। उसके पूरे चेहरे को किसी ने गमछा से कवर कर दिया है। उसे ना कुछ दिख रहा है, ना वो अपना मुंह खोल पा रहा है। ऐसा लग रहा है कि वो काफी भूखा है, अपना कवर खोलने की कोशिश कर रहा है, लेकिन गमछा इतनी मजबूती से बंधा है कि उसकी हर कोशिश नाकाम हो जाती है। इतने में हाइवे से गुजर रहा एक बाइक सवार उसे पुचकार के बुलाता है, इसके बाद ये शख्स उसके चेहरे से गमछा खोलता है। कवर हटते ही कुत्ता राहत की सांस लेता है वो कातर निगाहों से उस व्यक्ति को देखता है, जिसने उसे वापस उजाला दिखाया। इसके बाद बाइक सवार अपने गंतव्य के लिए रवाना हो जाता है। वहीं कु्त्ता भी कुछ भोजन की तलाश में निकल जाता है।
क्या वाकई में इंसान कहलाने के हकदार हैं ये लोग
@Gulzar_sahab एक्स अकाउंट पर यूजर ने कैप्शन दिया है- This is heartbreaking yaar...सच में ये दृश्य किसी को भी इमोशनल कर सकता है। मूक पशु के लिए कोई इतना निर्दयी कैसे हो सकता है । कुछ घंटों में ही इस वीडियो तो 10 हजार से ज्यादा व्यू मिले हैं। एक नेटीजन्स ने लिखा- यह एक ऐसा जानवर है जो मरते दम तक वफादारी निभाता है। लोगों की महाभारत से सीख लेना चाहिए ये श्वान ही है जिसने युधिष्ठिर को मरते वक्त स्वर्ग के रास्ते तक साथ नहीं छोड़ा था । दूसरे ने लिखा- कभी अपना दिल एक बेजुबान को मदद करके देखो सुकून सा ही सुकून लगेगा। एक नेटीजन्स ने कहा- हद है यार, ऐसे लोग जानवर से कम नहीं होते ।