सार

दुनियाभर में ऐसी अजीबो-गरीब संस्कृति (Weird Tradition) है, जिससे जानने के बाद आपका सवाल होगा, ऐसा भी होता है। यही संस्कृति और अंतर हमें एकदूसरे से अलग बनाता है। मगर यह अंतर हर किसी के लिए अलग-अलग मायने भी रखता है। 
 

नई दिल्ली। तमाम देशों की विभिन्न संस्कृतियां ही वह चीज है, जो हम सभी को एकदूसरे से अलग बनाती है। मामला खान-पान हो या फिर रहन-सहन और डेली लाइफस्टाइल का, ये फर्क हमें विशेष पहचान देते हैं। दुनियाभर में कई ऐसे देश हैं, जहां की छोटी-बड़ी चीजें, वहां रहने वालों के लिए तो सामान्य होती हैं, लेकिन पूरी दुनिया के अनोखी चीज होती हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ अजब-गजब चीजों के बारे में-  

- लक्जमबर्ग ऐसा देश है, जहां सार्वजनिक परिवहन सेवा यानी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विस सभी नागरिकों के लिए मुफ्त है। 
- स्कैंडनेविया देशों में मां-बाप ठंड में बाहर ही बच्चों को सोने के लिए छोड़ देते हैं। 
- जापान में ट्रैफिक सिग्नल की लाइट नीली भी होती है। यहां हरी बत्ती की जगह नीली बत्ती का इस्तेमाल होता है। 
- नेपाल अकेला ऐसा देश है, जिसका झंडा स्क्वायर यानी चौकोर नहीं है। 
- जापान में लोग बाथरूम में लकड़ी से बने बॉथटब का इस्तेमाल करते हैं। 
- इटली पुलिस के बेड़े में लग्जरी लेंबाेर्गिनी कार भी शामिल है। 
- फ्रांस में दूध को फ्रिज में रखने की जरूरत नहीं होती। यहां बिक्री के लिए उपलब्ध ज्यादातर दूध अल्ट्रा हाई टेंपरेचर पर पाश्च्युराइज्ड होता है, इसलिए फ्रिज में रखने की नौबत नहीं आती। 
- न्यूजीलैंड में एक जगह है, जिसका नाम 85  कैरेक्टर का है और यह सबसे लंबा माना जाता है। 
- ब्रिटेन में एक खेल होता है, जिसमें खिलाड़ी बड़े पनीर यानी चीज व्हील के पीछे घूमते हैं। 
- माेनाको ऐसा देश है, जहां एक घंटे में पैदल ही उत्तरी छोर से दक्षिणी छोर तक पहुंचा जा सकता है। 
- हांगकांग में ब्रा स्टडी में ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई भी होती है। यहां इसकी कई लैब और फैक्ट्री भी हैं। 
- कोटा रिस्का में सड़क या गली का कोई नाम नहीं होता।
- स्वीडन ऐसा देश है, जहां सड़ी हुई मछली भी एक व्यंजन है। 
- रूस ऐसा देश है, जहां लोगों के पास दो तरह के पासपोर्ट होते हैं। 
- सिंगापुर में रेस्त्रां और होटल में खाने की टेबल आप अपने रूमाल, छाता या टोपी रखकर रिजर्व कर सकते हैं। यानी जिसने पहले रखा सीट उसकी। 
- नीदरलैंड में लोग घरों और दफ्तरों में पर्दे का इस्तेमाल नहीं करते। यहां दरवाजों-खिड़कियों पर पर्दे नहीं टंगे होते। 
- दक्षिण कोरिया में लाल स्याही से नहीं लिखा जाता। इसे लोग अपशकुन मानते हैं। 
- जर्मनी में कई हाइवे ऐसे हैं, जहां स्पीड लिमिट नहीं होती और वाहन चालक फर्राटे से कार भगाते हैं। हालांकि, सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है। 

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