सार

पाकिस्तानी आतंकी और मुंबई हमले का दोषी हाफिज सईद का बेटा तलहा सईद भी उसी की राह पर चल रहा है। भारत ने उसकी गतिविधियों को देखने के बाद 8 अप्रैल 2022 को आतंकी सूची में डाल दिया था। 

ट्रेंडिंग डेस्क। चीन ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र में वीटो पॉवर का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी आतंकी हाफिज तलहा सईद को ग्लोबल टेरेरिस्ट लिस्ट यानी वैश्विक आतंकी सूची में शामिल होने से बचा लिया। इससे पहले चीन ने पाकिस्तान के आतंकी शाहिद महमूद को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित किए जाने से बचा लिया था। बता दें कि हफिज तलहा सईद मुंबई में आतंकी हमले के दोषी हाफिज सईद का बेटा है। 

चीन ने इससे पहले मंगलवार को लश्कर-ए-तैय्यबा के आतंकी शाहिद महमूद को बचाते हुए उसका नाम ग्लोबल टेरेरिस्ट लिस्ट में शामिल होने से रूकवा दिया था। शाहिद को भारत और अमरीका दोनों मिलकर वैश्विक आतंकी घोषित कराना चाहते थे, मगर चीन ने ऐसा होने नहीं दिया और अब हाफिज तलहा सईद के मामले में वीटो लगाकर अपनी आतंकी पॉवर सबको बता दी है। 

दरअसल, 46 साल का हाफिज तलहा सईद भारत समेत कई पश्चिमी देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। जिहाद के नाम पर कत्लेआम मचाने की वजह से भारत ने बीते 8 अप्रैल में आतंकी घोषित किया था। भारत चाहता था कि संयुक्त राष्ट्र भी इसे ग्लोबल टेरेरिस्ट लिस्ट में शामिल करा दिया जाए। इसके लिए बाकि देश तैयार थे, मगर चीन ने ऐन वक्त पर अड़ंगा लगा दिया। हाफिज तलहा सईद के खिलाफ भारत में लश्कर-ए-तैय्यबा में आतंकियों की भर्ती, इसके लिए फंड जुटाना और कत्लेआम मचाने जैसी करतूतें शामिल हैं। 

अमरीका, भारत और इजराइल के खिलाफ जिहाद 
भारत सरकार ने जब बीते 8 अप्रैल को हाफिज सईद को आतंकी घोषित किया था, तब एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके मुताबिक, वह लश्कर-ए-तैय्यबा आतंकी संगठन अहम पदों पर है। उसने भारत, अमरीका और इजराइल में जिहाद के लिए लोगों को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा में भर्ती किया। इसके अलावा, तलहा जम्मू-कश्मीर के मामले में लगातार बयान जारी करता रहा और यहां के युवाओं को भारत सरकार के खिलाफ उकसाता रहा है।  

क्या-क्या हैं तलहा के कारनामे 
हाफिज तलहा सईद का एक वीडियो 2007 में सामने आया था, जिसमें कश्मिरियों को भारत सरकार के खिलाफ उकसाते हुए कह रहा है कि भारत सरकार के खिलाफ लोग जिहाद करें। सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि तलहा ने अब तक बड़ी संख्या में युवाओं को बरगलाते हुए आतंकी संगठन में भर्ती किया और मरने के लिए भारत भेज दिया। वह तमाम इस्लामिक देशों के जरिए अपने आतंकी संगठन के लिए फंड जुटाता रहा है, जिनसे महंगे हथियार खरीदता है और ट्रेनिंग कैंप चलाता है। 

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