सार

Zomato के को-फाउंडर दीपिंदर गोयल ने ब्लॉग में कहा, हम अपनी टीम में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए पहला कदम उठा रहे हैं। शुरुआत करने के लिए हमने बंगलौर, हैदराबाद और पुणे को चुना है।  

नई दिल्ली. Zomato जल्द ही डिलीवरी बॉयज के पूरे कॉन्सेप्ट को बदलने वाला है। अभी तक Zomato में डिलीवरी पार्टनर्स में सिर्फ 0.5 प्रतिशत महिलाएं थीं, लेकिन अब इनकी संख्या लगभग 10 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना है। कंपनी के मुताबिक, बंगलौर और हैदराबाद सहित कई शहरों में 2021 के अंत तक महिलाओं की भागीदारी 10 प्रतिशत की जानी है। 

Zomato के को-फाउंडर दीपिंदर गोयल ने ब्लॉग में कहा, हम अपनी टीम में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए अपना पहला कदम उठा रहे हैं। शुरुआत करने के लिए हमने बंगलौर, हैदराबाद और पुणे को चुना है। यहां साल 2021 के अंत तक महिलाओं की भागीदारी 10 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा, डिलीवरी टीम में और महिलाओं को शामिल करने के लिए हम अपनी पॉलिसी भी बदल रहे हैं। 

महिलाओं की सुरक्षा के लिए उठाए कदम
Zomato ने महिला डिलीवरी पार्टनर्स की सुरक्षा के लिए भी कुछ खास पहल की है। जिन महिलाओं को डिलीवरी के लिए काम पर रखा जाएगा, उन्हें सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग दी जाएगी। महिलाओं को सुरक्षा किट से लैस किया जाएगा।

देर रात महिलाएं डिलीवरी नहीं देंगी
Zomato ऐसा सिस्टम तैयार कर रहा है, जिससे कि देर रात डिलीवरी को डिफाल्ट तरीके से कॉन्टैक्टलेस कर देगा। डिलीवरी पार्टनर्स को ऐप पर एक एसओएस बटन मिलेगा, जिसे टैप करने पर ऑन-ग्राउंड टीमों, सेंट्रल राइडर सपोर्ट और आसपास के अन्य डिलीवरी पार्टनर्स के साथ लाइव लोकेशन शेयर हो जाएगा। 

रेस्टोरेंट पार्टनर्स ने भी तारीफ की
Zomato के रेस्टोरेंट पार्टनर भी कंपनी की इस नई पहल की तारीफ की। कई रेस्टोरेंट डिलीवरी करने वाली महिलाओं को लिए अपने रेस्टोरेंट में अलग से शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं देंगे। वहीं Zomato इन रेस्टोरेंट के समर्थन में ऐप पर #GirlPower टैग के साथ दिखाएगा। 

डिलीवरी बॉय से बदलकर होगा डिलीवरी पार्टनर
गोयल ने कहा कि हमारे इस छोटे से प्रयास से शायद ये बदलाव आए कि जिन्हें  हम डिलीवरी बॉय के नाम से जानते और पुकारते हैं उन्हें आगे चलकर डिलीवरी पार्टनर के रूप में देखने लगें।