सार
टीवी में शक्तिमान का किरदार निभाने वाले मुकेश खन्ना के मीटू को लेकर महिलाओं पर दिए गए एक बयान को लेकर एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी ने नाराजगी जाहिर की है। दिव्यांका ने ट्वीट करते हुए उनके इस बयान की निंदा की है।
मुंबई। महाभारत में भीष्म पितामह का किरदार निभा चुके मुकेश खन्ना (Mukesh Khanna) का एक वीडियो हाल ही में वायरल हुआ था। इस वीडियो में उन्होंने MeToo मूवमेंट को लेकर कुछ ऐसी बात कह दी, जिस पर दिव्यांका त्रिपाठी (Divyanka Tripathi) भड़क गई हैं। मुकेश खन्ना के इस बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए दिव्यांका त्रिपाठी ने उनके इस बयान को पुराने ख्याल वाला और पीछे ले जाने वाला बताया है। बता दें कि मुकेश खन्ना ने मीटू कैम्पेन पर बोलेते हुए कहा था कि महिलाओं के बाहर जाने की वजह से मीटू जैसी घटनाएं होती हैं। दिव्यांका बोलीं- शर्मिंदगी महसूस होती है...
दिव्यांका त्रिपाठी ने अपने ट्वीट में लिखा- जब सम्मानित जगहों पर बैठे लोग इस तरह के बयान देते हैं तो बेहद शर्मिंदगी महसूस होती है। औरतों के लिए ये गुस्सा किसी पुरानी याद का नतीजा हो सकता है। संदेह का लाभ देने का यही एक विचार मेरे मन में है। मुकेश जी, मैं पूरे सम्मान के साथ आपके इस बयान की निंदा करती हूं।
आखिर क्या बोले थे मुकेश खन्ना :
बता दें कि मुकेश खन्ना की एक क्लिप वायरल हुई थी, जिसमें उन्होंने मीटू कैम्पेन पर बोलते हुए कहा था कि ये समस्या औरतों के बाहर काम करने से शुरू हुई है। उन्होंने आरोप लगाया था कि महिलाएं मर्दों की बराबरी करना चाहती हैं और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती हैं। लेकिन औरत की रचना अलग होती है और मर्द की अलग। औरत का काम होता है घर संभालना, जो माफ करना मैं कभी-कभी भूल जाता हूं। प्रॉब्लम कहां से शुरू हुई है मीटू की जब औरतों ने भी काम करना शुरू कर दिया।
बाद में मुकेश खन्ना ने दी सफाई :
हालांकि बाद में मुकेश खन्ना ने महिलाओं को लेकर दिए गए अपने विवादित कमेंट पर सफाई दी। उन्होंने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा- मुझे सचमुच हैरानी हो रही है कि मेरे एक स्टेटमेंट को बहुत ही गलत तरीके से लिया जा रहा है। मुझे औरतों के खिलाफ बताया जा रहा है। जितनी इज्जत मैं नारियों की करता हूं, शायद ही कोई करता होगा। इसीलिए मैंने 'लक्ष्मी बॉम्ब' के नाम का विरोध किया। मैं नारियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हूं। हर रेप कांड के खिलाफ मैं बोला हूं।
मैं पुरुष और नारी धर्म की बात कर रहा था :
मुकेश खन्ना ने पोस्ट में आगे लिखा- मेरे एक इंटरव्यू की क्लिप को लेकर कुछ लोगों ने शोर मचा दिया है। मैंने कभी नहीं कहा कि औरतों को काम नहीं करना चाहिए। मैं सिर्फ ये बताने जा रहा था कि मीटू की शुरुआत कैसे होती है? हमारे देश में औरतों ने हर फील्ड में अपनी जगह बनाई है। फिर चाहे वो डिफेंस मिनिस्टर हो, फाइनेंस मिनिस्टर हो, विदेश मंत्री हो या स्पेस हो, हर जगह नारी ने अपना परचम लहराया है। मैं नारी के काम करने के खिलाफ कैसे हो सकता हूं। उस वीडियो इंटरव्यू में मैं सिर्फ नारी के बाहर जाकर काम करने से क्या दिक्कतें आ सकती हैं, उस पर रोशनी डाल रहा था। जैसे घर के बच्चे अकेले पड़ जातें हैं। मैं पुरुष और नारी धर्म की बात कर रहा था, जो हजारों सालों से चला आ रहा है।