सार
शो की टीम ने मेकर्स पर बीते एक साल से अपनी सैलेरी न देने का आरोप लगाया था। वहीं जान खान ने तो शो के मेकर्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने मेकर्स की पोल खोलते हुए बताया था कि अपनी ही फीस को हासिल करने के लिए उनको कितनी मशक्कत करनी पड़ रही है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी खुलासा किया था कि सैलेरी न मिलने की वजह से कई लोग आत्महत्या करने के बारे में भी सोच रहे हैं। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र भी लिखा था।
मुंबई. कोरोना वायरस आउटब्रेक के बीच टीवी सीरियल्स की शूटिंग शुरू हो चुकी है लेकिन अब भी इंडस्ट्री के कुछ लोगों की मुश्किलें कम नहीं हुई है। सीरियल 'हमारी बहू सिल्क' की स्टारकास्ट और टीम को अब तक मेकर्स ने बकाया नहीं दिया है, जिसकी वजह से सीरियल 'हमारी बहू सिल्क' में काम करने वाले लोगों की परेशानियां काफी बढ़ गई हैं। ऐसे में शो की टीम ने प्रोड्यूसर्स के घर के बाहर धरना देना शुरू कर दिया है। बीते दिन शो के लीड एक्टर जान खान अपनी पूरी टीम के साथ मेकर्स के घर के बाहर प्रोटेस्ट करते नजर आए।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ किया प्रोटेस्ट
प्रोड्यूसर के घर के बाहर प्रोटेस्ट करते सामने आई फोटो में जान खान मास्क लगाए शो के प्रोड्यूसर्स के घर के बाहर बैनर लिए दिख रहे हैं। यहां पर जान खान और सीरियल की बाकी टीम सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखते नजर आए। टीम को इंडस्ट्री के लोगों का भी पूरा सपोर्ट मिल रहा है। कुछ समय पहले ही हिना खान ने जान खान के प्रोटेस्ट की फोटो शेयर करते हुए मेकर्स को फटकार लगाई है। वहीं, कृति सेनन ने भी सोशल मीडिया पर ये मुद्दा उठाया था।
एक साल से नहीं किया पेमेंट
शो की टीम ने मेकर्स पर बीते एक साल से अपनी सैलेरी न देने का आरोप लगाया था। वहीं जान खान ने तो शो के मेकर्स के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने मेकर्स की पोल खोलते हुए बताया था कि अपनी ही फीस को हासिल करने के लिए उनको कितनी मशक्कत करनी पड़ रही है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी खुलासा किया था कि सैलेरी न मिलने की वजह से कई लोग आत्महत्या करने के बारे में भी सोच रहे हैं। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉइज ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र भी लिखा था। मंत्रालय ने टीवी शो मेकर्स और प्रोड्यूसर्स के खिलाफ बिना देर किए नोटिस जारी कर डाला था लेकिन अब तक भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।