सार

अधिसूचना आई सार्वजनिक स्थानों पर लगे बैनर पोस्टर हॉर्डिंगों को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया। आचार संहिता लागू होते ही लखनऊ, मऊ, इटावा, रायबरेली, देवरिया, कुशीनगर में प्रशासन ने होर्डिंग प्राचार सामग्री को हटाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि इन सब में सबसे ज्यादा पोस्टर सरकार के ही हटाए जा रहे हैं। 

निमिषा बाजपेई

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha chunav 2022)  की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। जिसके चलते 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान शुरू होगा। इसके बाद 14 फरवरी को दूसरे, 20 फरवरी को तीसरे, 23 फरवरी को चौथे, 27 फरवरी पांचवें, 3 मार्च को छठे और 7 मार्च को सातवें दौर का मतदान होगा। ऐलान होते ही प्रदेश का प्रशासन हरकत में आ गया है। आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन ने राजनीतिक दलों द्वारा लगाए गए होर्डिंग्स, पोस्टर्स को हटाना शुरू कर दिया है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही जिले भर में जगह-जगह लगे राजनीतिक होर्डिंग हटाने शुरू कर दिए। अधिसूचना जारी होते ही कर्मचारी कस्बे में जेसीबी ले कर उतर आए और बिजली के पोलों व मकानों पर लगे होर्डिंग हटा दिए साथ ही हाइवे और रोड से भी होर्डिंग हटाए गए। शनिवार को निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। इसी के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। जैसे ही अधिसूचना आई सार्वजनिक स्थानों पर लगे बैनर पोस्टर हॉर्डिंगों को हटाने का सिलसिला शुरू हो गया। आचार संहिता लागू होते ही लखनऊ, मऊ, इटावा, रायबरेली, देवरिया, कुशीनगर में प्रशासन ने होर्डिंग प्राचार सामग्री को हटाना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि इन सब में सबसे ज्यादा पोस्टर सरकार के ही हटाए जा रहे हैं। 

बीजेपी-सपा ने जारी किए पोस्टर 
वहीं बीजेपी की तरफ से जारी पोस्टर में लिखा गया है कि फिर एक बार भाजपा सरकार। सपा ने पोस्टर जारी कर लिखा कि किसानों के हित के लिए कोई फैसला नहीं लिया इसलिए 10 मार्च को भाजपा का साफ होना तय है। 10 तारीख के बाद सपा ने जो संकल्प लिया है, यहां के लोगों को 300 यूनिट बिजली के लिए कोई बिल नहीं आएगा, बिल शून्य होगा।  

मायावाती ने किया स्वागत
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी सहित पाँच राज्यों में विधानसभा आमचुनाव हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा आज तिथि की घोषणा का स्वागत। आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आयोग यह चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुचारू व शान्तिपूर्वक कराने की अपनी ज़िम्मेदारी को जन अकांक्षा के अनुरूप पूरी मुस्तैदी से जरूर निभाएगा। खासकर सत्ताधारी पार्टी द्वारा हर चुनाव में नए-नए हथकण्डे अपनाकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने की प्रवृति घातक रूप से आम होती जा रही है, जिसपर इस चुनाव में पूरी गंभीरता से ध्यान देने एवं तत्परता के साथ उसके विरुद्ध कार्रवाई करने की चुनाव आयोग से ख़ास अपील। चुनाव लोकतंत्र का त्योहार है जिसके प्रति खासकर ग़रीब, मजदूर व मेहनतकश लोग अति-उत्साहित रहते हैं, जिनकी भावना व अधिकारों की विशेषकर वोटिंग वाले दिन हर प्रकार से रक्षा जरूर हो। नागरिकों के मताधिकार की रक्षा उनके मूलभूत अधिकार की तरह संविधान के मंशा के अनुरूप हो तो बेहतर।

UP Election 2022: पढ़ें नामांकन से मतदान की तारीख की पूरी डिटेल, जानें किस फेज में आएगा आपका जिला