सार
मनोज अब खुद ही प्राईवेट सुरक्षाकर्मियों के साथ घूमते हैं। इनके पास चांदी के जूते भी हैं, और सोने के लड्डू गोपाल भी। जिनको यह हमेशा अपने साथ ही रखते हैं। मनोज का मानना है कि प्रभू की माया से ही सब कुछ इनके पास है।
कानपुर (Uttar Pradesh) । एक घटना किसी के जीवन को बदल देती है। कुछ ऐसा ही हुआ है कानपुर के काकादेव निवासी मनोज सेंगर के साथ। जिन्होंने 1998 टीवी पर महाभारत सीरियल देखा और खुद भी सोने-चांदी पहनने की सोचने लगे। धीरे-धीरे आभूषणों से इतना लगाव हुआ कि उसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। अब तो लोग इन्हें गोल्डन बाबा के नाम से भी जानते हैं। मनोज सेंगर को सोने के आभूषणों को बहुत शौक है। वो लगभग दो किलो से ऊपर का सोना वे हमेशा पहने रहते हैं। पिछले 10 सालों से यह इसी तरह से सोना पहन रहे हैं।
यह कहते हैं मनोज सेंगर
मनोज सेंगर ने साल 1988 में इन्होंने महाभारत का सीरियल देखा। इन्हें सोने और चांदी के अभूषण पहनने का शौक हुआ। गोल्डन बाबा का कहना है कि क्षत्रियों को सोना और चांदी के आभूषण पहनना चाहिए। इसके बाद 4 सोने की चेन करीब ढाई सौ ग्राम की बनवा कर पहनी और फिर धीरे-धीरे इनका शौक बढ़ता गया।
यहां पहनते हैं सोना
मनोज सेंगर सोने का शंख, मछली, हनुमान जी के लाकेट बनवा कर पहनना शुरू कर दिया। इस समय वो अपने गले में करीब दो किलो का सोना आज भी पहनते हैं। इनके पास कान के स्वर्ण कुंडल, रिवाल्वर की बट पर सोने का कवर, व तीन सोने की बेल्ट भी है।
हमला होने के बाद भी पहनते हैं सोना
मनोज पेशे से व्यापारी हैं। सोने के अपने आभूषण पहनने के बाद कई बार मनोज को जान से मारने की धमकी भी मिली। इतना ही नहीं उनपर हमला भी हुआ, मगर उनका सोने से मोह नहीं छूट पाया।
प्राइवेट सुरक्षाकर्मियों के साथ घूमते हैं मनोज
मनोज अब खुद ही प्राईवेट सुरक्षाकर्मियों के साथ घूमते हैं। इनके पास चांदी के जूते भी हैं, और सोने के लड्डू गोपाल भी। जिनको यह हमेशा अपने साथ ही रखते हैं। मनोज का मानना है कि प्रभू की माया से ही सब कुछ इनके पास है।