सार
लखीमपुर में 22 साल पहले हुए प्रभात हत्याकांड के मामले पर सोमवार को फैसला आना था। अजय मिश्रा टेने के वकील ने केस ट्रांसफर की एप्लिकेशन लगा दी है। जिसके बाद अब 6 सितंबर को मामले की सुनवाई की जाएगी।
लखनऊ: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। 22 साल पुराने प्रभात हत्याकांड मामले का फैसला आना था, लेकिन उनके वकील ने केस ट्रांसफर करने के लिए चीफ जस्टिस के यहां एप्लिकेशन लगा रखी है। इस एप्लिकेशन में कहा गया है कि उनके केस को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच से इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्थानांतरित कर दिया जाए। कोर्ट में सुनवाई के दौरान अधिवक्ता ने बताया कि मुख्य न्यायमूर्ति के समक्ष केस ट्रांसफर करने की एप्लिकेशन दी जा चुकी है।
कोर्ट ने सुनवाई के लिए दी नई डेट
जस्टिस रमेश सिन्हा और रेनू अग्रवाल की डबल बेंच ने मामले की सुनवाई के लिए 6 सितंबर की डेट दी है। यह पांचवी बार है जब फैसला आने की डेट पर नई डेट मिल रही है। अजय मिश्रा टेनी पर प3भात हत्याकांड के मुख्य आरोपी बताए जाते रहे हैं। लखीमपुर के तिकोनिया के बनवारीपुर गांव के रहने वाले राजीव गुप्ता बताते है कि उनके भाई को अजय मिश्र टेनी ने अपने साथी शशि भूषण, राकेश डालू और सुभाष मामा के साथ मिलकर मार डाला। न्याय पाने के लिए वह पिछले 22 सालों से संघर्ष कर रहे हैं।
किसानों ने खोला मोर्चा
कोर्ट द्वारा नई डेट मिलने पर राजीव ने कहा कि जिस केस के फैसले को कोर्ट ने 2018 में सुरक्षित रख लिया था उसी फैसले पर अंतिम सुनवाई पर पांच बार नई डेट मिल चुकी है। कभी-कभी तो लगता है कि कहीं न कहीं वह अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। क्योंकि जब ऐसा लगता है कि आज फैसला आ जाएगा उसी दिन सुनवाई की नई डेट मिल जाती है। इसके अलावा किसान एक बार फिर अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रहा है।
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