सार

अखिलेश यादव शनिवार को चाचा शिवपाल के साथ मुलायम सिंह यादव की अस्थियां इकट्ठा करते नजर आए। इस अस्थियों का विसर्जन सोमवार को हरिद्वार में किया जाएगा। 

इटावा: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद सपा कार्यकर्ताओं समेत पूरा सैफई इन दिनों शोक में डूबा हुआ है। रोजाना बड़ी संख्या में लोग नेताजी को श्रद्धांजलि देने के लिए सैफई पहुंच रहे हैं। इसी बीच शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव की अस्थियां और चिता की राख को एकत्र किया। अंत्येष्टि स्थल से अस्थियां और राख एकत्र करने के बाद इन्हें गंगा नदी में विसर्जन किया जाएगा। इस बीच अंत्येष्टि स्थल पर समाधि स्थल बनने का काम भी शुरू हो गया है। 

30 मिनट तक अंत्येष्टि स्थल पर मौजूद रहे परिवार के लोग 
शनिवार की सुबह ही अखिलेश यादव, चाचा शिवपाल यादव के साथ सैफई के मेला ग्राउंड पर पहुंचे। इस दौरान उनके परिवार के अन्य सदस्य चाचा अभयराम यादव, चचेरे भाई अंशुल यादव, तेज प्रताप यादव और अन्य लोग मौजूद थे। अखिलेश और शिवपाल यादव ने मिलकर नेताजी की चिता से अस्थियों और राख को एकत्रित किया। तकरीबन 30 मिनट तक वह लोग अंत्येष्टि स्थल पर मौजूद रहें। इसके बाद अब इन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने का काम शुरू किया जाएगा। 

कोठी में रोजाना हो रहा गरुड़ पुराण का पाठ
सैफई के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में वृंदावन से आए हुए पंडित राधा गोपाल मिश्रा भी रुके हुए हैं। उन्होंने बताया कि नेताजी की आत्मा की शांति के लिए हर दिन सैफई कोठी में गरुड़ पुराण की कथा का प्रवचन हो रहा है। इसमें परिवार के लोग मौजूद रहते हैं। इस बीच चुनी हुई अस्थियों और राख का विसर्जन सोमवार को हरिद्वार में किया जाएगा। रविवार को ही परिवार के लोग हरिद्वार के लिए रवाना हो जाएंगे। सैफई की परंपरा के अनुसार मुलायम सिंह यादव की तेरहवीं नहीं की जाएगी। केवल 11वें दिन हवन और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। बताया गया कि अखिलेश यादव ने सैफई का परंपरा का मान रखते हुए यह फैसला लिया है। 

CM योगी के अलीगढ़ दौरे से पहले परिवार ने की इच्छा मृत्यु की मांग, कहा- इतने फर्जी मुकदमों से हम नहीं लड़े सकते