सार
अभी तक चाचा शिवपाल के साथ अखिलेश ने मंच सांझा नहीं किया है। तो कयास लगाए जा रहे हैं कि सोमवार को होने वाली इस बैठक में आपसी सामंजस्य और सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो सकती है। बताया जा रहा है कि । लखनऊ में होने वाली मीटिंग को अखिलेश और शिवपाल की फोन पर बात हुई है। वहीं परिवार के कुछ और लोग भी बैठक में शामिल होंगे।
निमिषा बाजपेई
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में आचार संहिता (code of conduct) लागू होने के बाद विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) को लेकर सभी दलों की तैयारियों ने और रफ्तार पकड़ ली है। सभी दलों की बैठकें तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी 10 जनवरी को एक अहम बैठक करने जा रही है। इस बैठक में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav), सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के साथ शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव भी शामिल होंगे। अभी तक चाचा शिवपाल के साथ अखिलेश ने मंच सांझा नहीं किया है। तो कयास लगाए जा रहे हैं कि सोमवार को होने वाली इस बैठक में आपसी सामंजस्य और सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो सकती है। बताया जा रहा है कि । लखनऊ में होने वाली मीटिंग को अखिलेश और शिवपाल की फोन पर बात हुई है। वहीं परिवार के कुछ और लोग भी बैठक में शामिल होंगे।
यूपी से भाजपा का साफ होना तय
चुनावों की घोषणा के साथ ही सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी का सफाया होना तय है। जनता बस इन तारीखों का ही इंतजार कर रही थी, ताकि बीजेपी को हटाया जा सके। उन्होंने कहा कि ये तारीखें बदलाव की हैं। शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और 10 मार्च तक परिणाम आएगा। चुनाव आयोग द्वारा रखी गई शर्तों का पालन किया जाएगा। 10 मार्च के बाद यूपी से भाजपा का साफ होना तय है।
'वर्चुअल रैली के लिए नहीं है इन्फ्रास्ट्रक्चर'
चुनाव आयोग ने वर्चुअल रैली करने को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए यह जरूरी है, लेकिन चुनाव आयोग को उन पार्टियों के बारे में भी सोचना चाहिए जिनके पार कोई इन्फ्रास्ट्रक्चर नहीं है, फिर भला वह वर्चुअल रैली कैसे करेंगे। इसलिए चुनाव आयोग को कुछ सहयोग देना चाहिए। चाहे चैनल के माध्यम से, विपक्ष के लोगों को ज्यादा समय दें और मुफ्त में समय दे।
सपा नेताओं को भी दिया गया न्यौता
ताखा ब्लॉक में शिवपाल यादव गठबंधन के बाद पहली चुनावी जनसभा (Chunavi Jansabha) करने आए थे, लेकिन यहां भी सपा प्रमुख अखिलेश चाचा शिवपाल के मंच पर नजर नहीं आएंगे। इस कार्यक्रम के आयोजक के मुताबिक, कार्यक्रम में सपा नेताओं को भी न्यौता दिया गया था। ताखा ब्लॉक जो कि शिवपाल यादव के विधानसभा क्षेत्र में और मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र में आता है। इस लिहाज से यह सपा का मजबूत गढ़ माना जाता है। सबके उम्मीद थी कि अखिलेश उनके कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, लेकिन अखिलेश को छोड़िए, जनसभा स्थल पर एक भी सपा नेता नहीं दिखाई दिया। सिर्फ 20 से 25 हजार प्रसपा कार्यकर्ता कार्यक्रम में पहुंच थे। सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के न पहुंचने से शिवपाल भी मायूस दिखाई दिए। उनको लगा था कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र में सपा को अपनी ताकत का एहसास कराएंगे। ताकि गठबंधन में अधिक से अधिक सीटों पर बात बन सके।