सार
मामले में किसानों की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में जांच के बाद एसआईटी ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू और अंकित दास सहित कुल 14 आरोपियों के खिलाफ इसी माह सीजेएम कोर्ट में 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसके बाद सत्र सुपुर्दगी का आदेश देते हुए सीजेएम चिंताराम ने मामले को जिला जज अदालत को सौंप दिया
लखीमपुर खीरी: तिकुनिया हिंसा मामले में सभी आरोपियों पर आज से सेशन ट्रायल शुरू हो गई है। जिला जज मुकेश मिश्रा की अदालत मे आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पहली पेशी होगी। तिकुनिया हिंसा मामले में एसआईटी (SIT)की ओर से आशीष मिश्र मोनू (Ashish Mishra, Monu) सहित सभी 14 आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत बताते हुए पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर रखी थी।
हिंसा में दर्ज क्रॉस एफआईआर में एसआईटी आज दाखिल करेगी चार्जशीट
वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी एसपी यादव (SP Yadav) ने बताया कि तिकुनिया हिंसा में कानून अपने हाथों में लेकर तीन आरोपियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। क्रॉस केस अपराध संख्या 220 में भी जांच पूरी हो चुकी है, क्रॉस केस मामले में जेल में बंद कमलजीत और कंवलजीत सहित सभी हत्यारोपियों की ओर से आरोप पत्र तैयार हो चुका है, हालांकि 90 दिनों की समयावधि समाप्त हो रही है इसलिए आज हर हालत में एसआईटी अदालत में आरोप पत्र दाखिल करेगी तीन अक्तूबर को तिकुनिया हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ की मौत हुई थी जबकि 13 लोग घायल हुए थे।
मामले में किसानों की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में जांच के बाद एसआईटी ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू और अंकित दास सहित कुल 14 आरोपियों के खिलाफ इसी माह सीजेएम कोर्ट में 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की गई थी। इसके बाद सत्र सुपुर्दगी का आदेश देते हुए सीजेएम चिंताराम ने मामले को जिला जज अदालत को सौंप दिया था।
आपको बता दें कि यूपी के लखीमपुर में 3 अक्टूबर को हुए तिकुनिया हिंसा कांड मामले में मृतक भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के पिता ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर अपराधियों का साथ देने का आरोप लगाया है। मृतक भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के पिता ने कहा कि समाजवादी पार्टी अपराधियों की पार्टी है। वह लगातार अपराधियों का साथ देती है। आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई तिकुनिया हिंसा में 8 लोगों की जान गई थी, इसमें 4 किसान, एक पत्रकार और 3 भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे। शुभम मिश्रा की भी इसी दौरान मौत हुई थी। जिनके पिता ने अखिलेश यादव पर यह आरोप लगाए हैं