सार

देश की राजनीति के दिग्गज नेता अमर सिंह का शनिवार को 64 वर्ष की अवस्था में सिंगापुर में निधन हो गया। वह लम्बे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज करा रहे थे।

लखनऊ(Uttar Pradesh). देश की राजनीति के दिग्गज नेता अमर सिंह का शनिवार को 64 वर्ष की अवस्था में सिंगापुर में निधन हो गया। वह लम्बे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज करा रहे थे। लम्बे समय तक समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे अमर सिंह ने कुछ दिन पूर्व ही सपा बगावती तेवर में आ गए थे जिसके बाद उन्हें पार्टी से निष्काषित कर दिया गया था। अमर सिंह की मौत की अफवाह बीते मार्च में उड़ाई गई थी, जिसके बाद अमर सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा था 'टाइगर अभी जिंदा है।'

अमर सिंह ने बीते 2 मार्च को एक वीडियो ट्वीट किया था और उसका कैप्शन दिया था, टाइगर जिंदा है! वीडियो में वो संदेश दे रहे थे कि वो जिंदा हैं और बीमारी से जूझ रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे कुछ लोग उनकी मौत की झूठी खबर सोशल साइट्स पर फैला रहे हैं। उन्होंने अपने पहले के अनुभवों को साझा करते हुए कहा है कि उनकी तबीयत पहले भी बिगड़ी थी लेकिन हर बार वो मौत के मुंह से लड़कर वापस आ गए।

कहा था 'जल्द ही ठीक होकर दुगुनी ताकत से वापस आउंगा' 
सोशल मीडिया जारी वीडियो में अमर सिंह ने कहा था , 'सिंगापुर से मैं अमर सिंह बोल रहा हूं, रुग्ण हूं, त्रस्त हूं व्याधि से लेकिन संत्रस्त नहीं। हिम्मत बाकी है, जोश बाकी है, होश भी बाकी है। हमारे शुभचिंतक और मित्रों ने ये अफवाह बहुत तेजी से फैलाई है कि यमराज ने मुझे अपने पास बुला लिया है। ऐसा बिल्कुल नहीं है। मेरा इलाज चल रहा है और मां भगवती की कृपा हुई तो अपनी शल्य चिकित्सा के उपरांत शीघ्र-अतिशीघ्र दोगुनी ताकत से वापस आऊंगा।'

विरोधियों की दी थी सलाह- छोड़ दें उनकी मृत्यु की कामना 
2 मार्च को वीडियो जारी कर अमर सिंह ने कहा था , 'आप लोगों के बीच सदैव की भांति...जैसा भी हूं, जो भी हूं आपका हूं। बुरा हूं तो अच्छा हूं तो...अपनी चिरपरिचित शैली, प्रथा और परंपरा के अनुकूल जैसे अबतक जीवन जिया है, वैसे ही आगे भी जिऊंगा। बाकी हमारे मित्र जो हमारी मृत्यु की कामना कर रहे हैं, वह यह कामना छोड़ दें। हरदम मृत्यु हमारे द्वार को खटखटाती है। एकबार हवाई जहाज से गिर गया था तो भी यमराज ने स्वीकार नहीं किया, झांसी में। दस साल पहले भी गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ फिर भी लौटकर आ गया। 12-13 दिन तक मिडिल ईस्ट में वेंटिलेटर में रहकर मौत से लड़कर आ गया। उन तमाम अवसर के मुकाबले अबकी बार तो बिल्कुल स्वस्थ हूं, बिल्कुल सचेतन हूं।' वीडियो के अंत में कहा था , 'हमारे डॉक्टर कहते हैं कि हमारा मस्तिष्क किसी 10 साल के बच्चे से ज्यादा उर्वरक है। फिर भी अपने सारे शुभेच्छुओं को जो हमारी मृत्यु की खबर फैला रहे हैं, प्रसारित कर रहे हैं, उन्हें कोटि-कोटि धन्यवाद।'