सार
योगी के दूसरे कार्यकाल में उनका पशु प्रेम हम सबके सामने होगा। योगी 2.0 में पहली बार प्रदेश के सभी जिलों में अब जानवरों के लिए भी एंबुलेंस की व्यवस्था होगी। इसे 'अभिनव एंबुलेंस सेवा' नाम दिया गया है। इसके लिए लखनऊ में कंट्रोल रूम स्थापित हो रहा है, जहां काल सेंटर रहेगा।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल के लिए तैयारियां जोर शोर से हो रही है। उनके दूसरे कार्यकाल में सिर्फ आम जनता के लिए नहीं बल्कि जानवरों के लिए भी जगह होगी। योगी के दूसरे कार्यकाल में उनका पशु प्रेम हम सबके सामने होगा। योगी 2.0 में पहली बार प्रदेश के सभी जिलों में अब जानवरों के लिए भी एंबुलेंस की व्यवस्था होगी। इसे 'अभिनव एंबुलेंस सेवा' नाम दिया गया है। इसके लिए लखनऊ में कंट्रोल रूम स्थापित हो रहा है, जहां काल सेंटर रहेगा। हैदराबाद की एक कंपनी एंबुलेंस संचालन का जिम्मा ली है।
जल्द जारी होगा डायल नंबर
जानवरों के एंबुलेंस के लिए इन डायल 112, 102 और 108 नंबरों की तरह ही यहां भी एक कॉल पर सुविधा मिलेगी। इसके लिए डायल नंबर जल्द जारी किया जाएगा। पशु पालक अपने बीमार मवेशियों के इलाज के लिए फोन कर सुविधा ले सकते हैं। फोन जाने पर 15 मिनट के अंदर यह एंबुलेंस उस स्थान पर पहुंच जाएगी और पशुओं को समय पर उचित इलाज उपलब्ध कराएगी।
जनवरी में होनी थी शुरू यह व्यवस्था
इस एंबुलेंस पर एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और एक चालक की तैनाती की जा रही है। यह व्यवस्था जनवरी से शुरू होने वाली थी, लेकिन चुनाव आचार संहिता की वजह से टल गया। कर्मचारियों की भर्तियां शुरू हो गई हैं। इसके बाद जिलों में एंबुलेंस भेज दी जाएगी।
गोरखपुर में हुई नोडल अधिकारी की तैनाती
एक लाख जानवर की आबादी पर एक एंबुलेंस दी जा रही है। गोरखपुर में 5 लाख 42 हजार पालतू गाय और भैंस हैं। इसलिए यहां 5 एंबुलेंस आएंगी। वहीं, देवरिया में भी 5 एंबुलेंस, कुशीनगर में 3 और महराजगंज में 2 एंबुलेंस आएंगी। इसे लेकर गोरखपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह के साथ पशु पालन विभाग के प्रमुख सचिव की बैठक भी हो चुकी है।
साथ ही गोरखपुर में एंबुलेंस सेवा के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती भी कर दी गई है। एंबुलेंस में पशुओं के उपचार की व्यवस्था रहेगी। बावजूद इसके आराम नहीं मिलने पर हाइड्रोलिक लिफ्ट की मदद से जानवरों को लादकर पशु अस्पतालों पर लाया जाएगा। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
25 जिलों में शुरू होगी व्यवस्था
पहले चरण में गोरखपुर, नोएडा, मेरठ,कानपुर,वाराणसी, गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, अयोध्या सहित 25 जिलों में यह व्यवस्था की जा रही है। अभिनव एंबुलेंस से 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। एंबुलेंस के संचालन के लिए हैदराबाद की एक कंपनी ने जिम्मा लिया है।
वहीं स्टाफ की नौकरियां सर्विस प्रोवाइडर के माध्यम से मिलेंगी। सर्विस प्रोवाइडर कंपनी ने स्टाफ की तैनाती के लिए इंटरव्यू भी शुरू कर दिया है। पशु एंबुलेंस के मंडल नोडल डॉ संजय श्रीवास्तव व गोरखपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि जल्द ही एंबुलेंस सेवा शुरू हो जाएगी। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में है।
इन जिलों को मिलेंगी इतनी एंबुलेंस
जानवरों के लिए एंबुलेंस इतने जिलों में इस संख्या में दी जाएगी। हरदोई को 12, खीरी 12, सीतापुर 12, रायबरेली 9, उन्नाव 10, चित्रकूट 5, हमीरपुर 4, महोबा 3, बांदा 3, कानपुर नगर 7, कानपुर देहात 8, औरैया 5, इटावा 5, कन्नौज 7, फरूखाबाद 6, कौशांबी 5, फतेहपुर 8, प्रतापगढ़ 11, प्रयागराज 13, मिर्जापुर 8, सोनभद्र 7, भदोही 4, चंदौली 7, जौनपुर 11, वाराणसी 6, आजमगढ़ 9, बलिया 7, मऊ 4, गाजीपुर 9, अंबेडकर नगर 6, अमेठी 7, अयोध्या 6, बाराबंकी 8, सुल्तानपुर 7, श्रावस्ती 3, बलरामपुर 4, बहराइच 8, गोंडा 8, बस्ती 5, सिद्धार्थनगर 3, संतकबीरनगर 2, गोरखपुर 5, देवरिया 5, महराजगंज 2 और कुशीनगर को 3 एंबुलेंस मिलेंगी।