सार

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुजफ्फरनगर पहुंचकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला। इस दौरान उन्होंने पूर्व की समाजवादी पार्टी की सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराया। मौजूद लोगों से अमित शाह ने अपील की कि वह उन्हें (सपा) वोट न दें वरना लखनऊ की गद्दी पर दंगे वाले लोग बैठ जाएंगे।

मुजफ्फरनगर: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने मुजफ्फरनगर में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेताओं पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपी में किसी समय माफियाओं ने प्रदेश में अपना कब्जा जमाया हुआ था। हालांकि आज जब मैं आया हूं तो कोई भी सुरक्षा की बात नहीं कर रहा है। उत्तर प्रदेश में 2017 में जब से योगी सरकार सत्ता में आई है तो माफिया और अराजकतत्व प्रदेश की सीमा से बाहर हो गए हैं। 

अमित शाह ने कहा कि 2017 के बाद अब 2022 में यहां आया हूं और सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी साथ में लेकर आया हूं। बदहाल कानून व्यवस्था को योगी सरकार ने ठीक कर दिया है। अमित शाह ने कहा कि अखिलेश बाबू को लाज नहीं आती, कल यहां कहकर गए हैं कि कानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। अखिलेश बाबू आज मैं सार्वजनिक कार्यक्रम में आंकड़े देता हूं, अगर हिम्मत है तो आंकड़े लेकर प्रेसवार्ता करिए। प्रदेश में लूट, हत्या, अपहरण, छेड़छाड़ के मामलों में गिरावट आई है। इस दौरान वहां मौजूद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि चाहे दंगों के बाद दर्ज मुकदमें हों या सपा सरकार में हुई ज्यादतियां लेकिन अमित शाह ने हमेशा ही हमारा साथ दिया है। 

'पीड़ित को आरोपी और आरोपित को पीड़ित बनाया गया'
सपा सरकार पर हमलावर होते हुए अमित शाह ने मुजफ्फरनगर के दंगों की याद दिलाई और कहा कि जो लोग उस दौरान पीड़ित थे उन्हें आरोपी बना दिया गया था। जबकि जो आरोपी थे वह पीड़ित बने बैठे थे। पुलिस ने उस दौरान वोट बैंक को ध्यान में रखकर कार्रवाई की थी। हजारों फर्जी केस दर्ज किए गए थे। 

'...वरना फिर वही दंगा करने वाले बैठेंगे लखनऊ की गद्दी पर'
अमित शाह ने कहा कि वह यहां मुजफ्फरनगर और पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूछने आए हैं कि क्या जनता दंगे भूल गई है। अगर नहीं भूले हैं तो उनको (सपा) वोट देने की गलती भी मत करना। वरना फिर से वही दंगे वाले लोग लखनऊ की गद्दी पर बैठ जाएंगे। बीजेपी के शासन में एक भी दंगा नहीं हुआ। दंगा कराने वाले जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। यूपी में कानून का राज स्थापित है।