सार
मुजफ्फरनगर की खतौली सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है जल्द ही यहां उपचुनाव को लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी। बीजेपी विधायक विक्रम सैनी को सजा सुनाए जाने के बाद जयंत चौधरी ने पत्र लिखा था।
लखनऊ: यूपी विधानसभा सचिवालय की मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट को रिक्त घोषित कर दिया है। इसको लेकर प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप दुबे की ओर से अधिसूचना जारी की गई है। इसके बाद अब चुनाव आयोग जल्द ही इस सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा करेगा और तारीखों का ऐलान किया जाएगा।
विक्रम सिंह को दो साल की सुनाई गई थी सजा
ज्ञात हो कि आजम खां को तीन साल की सजा दिए जाने के बाद रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने खतौली सीट को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने खतौली से बीजेपी विधायक विक्रम सिंह सैनी को दो साल की सजा सुनाए जाने का हवाला देते हुए उनकी सदस्यता को समाप्त करने की मांग उठाई थी। विधायक विक्रम सिंह को मुजफ्फरनगर एमपी-एमएलए कोर्ट की ओर से दो साल की सजा सुनाई गई थी। इसी को लेकर अब यूपी विधानसभा सचिवालय ने इस सीट को रिक्त घोषित किया है।
जयंत चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखा था पत्र
नियमों के अनुसार विधायक या सांसद को दो वर्ष या उससे अधिक की सजा होने पर स्वतः सदन की सदस्यता समाप्त होने का प्रावधान है। इसी के आधार पर विक्रम सिंह सैनी की सदस्यता को भी समाप्त माना गया। हालांकि इसको लेकर विधानसभा सचिवालय ने न्याय विभाग से भी राय मांगी थी। ज्ञात हो कि जयंत चौधरी ने 1 नवंबर को विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था और इसमें कई सवाल किए गए थे। जयंत ने अपने पत्र में लिखा था कि हेट स्पीच को लेकर ही आजम खां की सदस्यता को रद्द किया गया। जबकि विक्रम सैनी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। 2013 के मुजफ्फरनगर दंगे के मामले में स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें 11 अक्टूबर 2022 को दो साल की सजा सुनाई थी। फिर उनकी सदस्यता रद्द क्यों नहीं की गई? क्या सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए मानक अलग-अलग हैं?
आजम खां की सदस्यता रद्द होने पर जयंत ने उठाए सवाल, कहा- बीजेपी विधायक विक्रम सैनी पर नरमी का कारण