सार

क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की निर्णायक उपस्थिति के बावजूद बाहुबली खब्बू तिवारी को हार का सामना करना पड़ा। बाद में दोनों बाहुबलियों ने गोसाईगंज विधानसभा से किस्मत आजमाई चुनाव लड़े और दो बार जीते। दिलचस्प बात यह है कि दोनों बाहुबलियों को वर्तमान सांसद और तत्कालीन भाजपा विधायक रहे लल्लू सिंह ने शिकस्त दी थी।
 

अनुराग शुक्ला
अयोध्या:
यूपी की अयोध्या विधानसभा (Ayodhya Vidhansabha  seat) की प्रतिष्ठा परक सीट पर बाहुबली से राजनेता बने प्रत्याशी जीत का स्वाद नही चख सके। लेकिन दूसरी विधानसभा सीटों पर उतरे इन बाहुबलियों को विजय श्री का तिलक जरूर लगा। देश की राजनीति में अयोध्या विधानसभा क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण रहा है। इस क्षेत्र की खास बात यह रही है, कि यहां के बाशिंदों ने हमेशा जातीय समीकरण ध्वस्त कर व्यक्तिगत जान पहचान वाले  प्रत्याशियों को तवज्जो दिया है। यही कारण रहा है कि ब्राह्मण बाहुल्य इस सीट पर अब तक केवल तीन बार ब्राह्मण प्रत्याशी विधायक चुने गए। 1977 में जनता पार्टी और 1989 में जनता दल से जय शंकर पांडे (Jay shankar pandey) विधायक बने। फिर काफी अरसे बाद 2012 में समाजवादी पार्टी (SP) से पहली बार तेजनारायण पांडेय (Tejnarayan pandey) विधायक बने। 

अयोध्या से हारे, गोसाईगंज की जनता ने बाहुबलियों को बनाया विधायक
वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से प्रत्याशी बनकर बाहुबली अभय सिंह (Abhay singh) ने पहली बार अयोध्या से चुनाव मैदान में उतरे थे। उनकी लड़ाई समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में निवर्तमान भारतीय जनता पार्टी के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता (MLA ved Prakash GUpta) और भाजपा (BJP) के लल्लू सिंह (Lallu singh) से थी। इस चुनाव में लल्लू सिंह करीब 20 हजार से अधिक मतों से जीते थे।  इसी तरह वर्ष 2007 के चुनाव में बाहुबली इंद्र प्रताप तिवारी 'खब्बू' (Indra Pratap Tiwari Khabbu) समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े। बसपा (BSP) से अशोक तिवारी (AShok Tiwari) और एक बार फिर भाजपा से लल्लू सिंह मैदान में थे। इस बार भी लल्लू सिंह ही जीते। क्षेत्र में ब्राह्मण मतदाताओं की निर्णायक उपस्थिति के बावजूद बाहुबली खब्बू तिवारी को हार का सामना करना पड़ा। बाद में दोनों बाहुबलियों ने गोसाईगंज विधानसभा से किस्मत आजमाई चुनाव लड़े और दो बार जीते। दिलचस्प बात यह है कि दोनों बाहुबलियों को वर्तमान सांसद और तत्कालीन भाजपा विधायक रहे लल्लू सिंह ने शिकस्त दी थी।