सार
अयोध्या दीपोत्सव में पीएम मोदी के मंच को 25 तरह के फूलों से सजाया जा रहा है। इतना ही नहीं रामनगरी में 25 एलआईडी प्रोजेक्टर से भगवान राम की कहानी को देख सकेंगे। समारोह को भव्य और यादगार बनाने के लिए 22 हजार वॉलेंटियर लगे हुए है।
अयोध्या: रामनगरी दीपोत्सव के कार्यक्रम के दिन चमक रही है। इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से कार्यक्रम का स्वरूप और विशाल हो गया है। इस बार सरयू नदी के तट पर 17 लाख दीपक जलाए जाऐंगे। इस समय पूरा शहर चमक रहा है। चारों ओर कलाकार और झाकियों की प्रस्तुति हो रही है। पीएम मोदी के आने की सूचना के बाद यहां की तैयारियां युद्ध स्तर पर जारी हैं। राम जन्मभूमि से लेकर राम की पैड़ी तक पूरे क्षेत्र को फूलों और लाइटों से सजा दिया गया है। इतना ही नहीं बीच रास्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10-10 फिट के कटाआउट लगा दिए गए हैं। हर्षोल्लास के साथ लोग पीएम मोदी के आने का इंतजार कर रहे हैं। रास्ते में लगे पीएम मोदी के कटआउट के साथ लोग सेल्फी भी ले रहे हैं।
25 तरह के फूलों से सज रहा पीएम का मंच
दीपोत्सव कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 बजकर 40 मिनट पर साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर उतरेंगे और उसके बाद हर प्रोग्राम में शामिल होंगे। उनके लिए बनाए जा रहे मंच में करीब 25 तरीकों के फूलों का इस्तेमाल किया गया है। जिसमें लिली, गेंदा, गुलाब, जरबेरा, ग्लोडियस, जैसमिन जैसे फूलों को शामिल किया गया है। इतना ही नहीं 40 कुंटल गेंदा के फूलों से जगह-जगह राम नाम की डिजाइन बनाई गई है। मंच को बनाने और फूलों से सजाने का जिम्मा बस्ती के कमल टेंट हाउस को दिया गया है। इतना ही नहीं इसके लिए मथुरा और सीतापुर से स्पेशल कारीगर को बुलाया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि फूलों पर करीब 20 लाख रूपए के ऊपर का खर्च किया गया हैं।
एक एलईडी प्रोजेक्टर की कीमत है 40 लाख
इस बार अयोध्या का दीपोत्सव दो वजहों से काफी चर्चा में है। पहला तो 17 लाख दीपकों को एक साथ जलाया जाएगा तो वहीं दूसरी ओर पहली बार लेजर प्रोजेक्टर के जरिए पूरी रामायण दिखाई जाएगी। बीते पांच सालों में लेजर शों में लैंप प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन पहली बार हाईटेक प्रोजेक्टर लगा दिया गया हैं। इसकी खास बात तो यह है कि एक किलोमीटर की दूरी पर खड़ा व्यक्ति भी रामकथा को आसानी से देख सकता है। कार्यक्रम में कुल 25 एलईडी प्रोजेक्टर लगाए गए हैं, जिसमें से एक प्रोजेक्टर की कीमत चालीस लाख रुपए है। दीपोत्सव 2022 के कार्यक्रम में लेजर शो का जिम्मा यूपी टूरिज्म विभाग ने दिल्ली की मार्डन स्टेज कंपनी को दिया है।
पांच साल से यहीं कंपनी संभाल रही लाइट का जिम्मा
वहीं दूसरी ओर लाइट का जिम्मा इस बार भी सागिर लाइट हाउस को दिया गया है। साल 2017 से ही यह कंपनी 2017 रामनगरी में लाइट की व्यवस्था संभाल रही है। राम की पैड़ी, राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी और सरयू घाट में बड़े-बड़े 2500 हेलोजन लगाए गए हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि यह पूरा काम 25 लाख रुपए से ऊपर का ही है। कार्यक्रम में साउंड को लखनऊ के काजमी साउंड को जिम्मा दिया गया है। समारोह में करीब एक हजार से अधिक लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। इस बार हाई एप्लीफायर के साउंड से पहले से कहीं अधिक बेहतर आवाज निकलेगी। दीपोत्सव 2022 के कार्यक्रम में लेजर शो का जिम्मा यूपी टूरिज्म विभाग ने दिल्ली की मार्डन स्टेज कंपनी को दिया है।