सार

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में मकराना की एख मुस्लिम फर्म मंदिर में लगने वाले पत्थरों की नक्काशी कर रही है। जब फर्म को पता लगा कि उसे यह काम दिया गया है तो मालिक समेत सभी कारिगर झूम उठे। 

अनुराग शुक्ला
अयोध्या:
राममंदिर निर्माण में हिंदू-मुस्लिम एकता की झलक दिखेगी। राजस्थान के मकराना की एक मुस्लिम फर्म ने मंदिर में लगने वाले कुछ पत्थरों की नक्काशी की है। जिन्हें मंदिर में लगाया जाएगा । विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रांतीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा के मुताबिक पत्थरों पर नक्काशी करने का काम जब मकराना में एक मुस्लिम फर्म को मिला तो वहां के लोग खुशी से झूम उठे और मालिक ने इसे अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि राममंदिर में हमारे हाथों से भी नक्काशी किए हुए पत्थर लगेंगे और भगवान राम के चरणों में हमारी कला समर्पित होगी अब इससे ज्यादा सौभाग्य और कुछ हो ही नहीं सकता। उन्होंने बताया मंदिर निर्माण में 4 लाख घन फुट पत्थर लगने है। जिसे तराशने के लिए कई कार्यशालाओं में काम चल रहा है उन्हीं में एक कार्यशाला मुस्लिम की भी है।

15 अगस्त तक तैयार हो जाएगी मंदिर की फर्श 
राम मंदिर निर्माण का कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। मंदिर की फर्श को 15 अगस्त तक कंप्लीट कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरफेस से मंदिर की फर्श 21 फीट ऊंची उठाई जा रही है। 8 वीं लेयर को बनाने काम चल रहा है। पूरी फर्श को 17 हजार ग्रेनाइट के पत्थरों को ब्लाक में जोड़कर तैयार करना है। फर्श तैयार होने के बाद मंदिर के मूल स्ट्रक्चर यानी गर्भगृह का निर्माण भी तेज गति से शुरू हो जाएगा।

मंदिर में बनेंगे कुल 14 दरवाजे लकड़ियों के मंगाए गए सैंपल
राम मंदिर में कुल 14 दरवाजे बनाए जाने है। ये दरवाजे लकड़ियों के होंगे ये तय हो गया है। इसके लिए बहराइच और गोंडा क़े मनकापुर से शीशम, सागौन और साखू की लकड़ियों के सैंपल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंगवाएं हैं। क्योंकि यह लकड़ियां हजारों वर्ष तक खराब नही होती हैं। इसलिए मंदिर के दरवाजों में इनका प्रयोग किया जा सकता है। इसी के साथ मंदिर में लगने वाले चौखट बाजू संगमरमर के होंगे रंग- मंडप और  नृत्य -मंडप में लकड़ियों का प्रयोग किया जाएगा।

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