सार
बागपत में मां बेटियों के मामले में दरोगा के ऊपर गाज गिर गई। एसपी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। जिसमें दो इंस्पेक्टर समेत एक महिला इंस्पेक्टर शामिल है। इस पूरे मामले की जांच एएसपी की देखरेख में होगी।
बागपत: उत्तर प्रदेश के जिले बागपत में पिछले कुछ दिनों पहले मां समेत दो बेटियों ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। ऐसा इसलिए क्योंकि उसका बेटा गांव की ही युवती के साथ भाग गया था। जिसके बाद लड़की के परिजनों की तहरीर के बाद पुलिस ने दबिश दी। इसी दौरान महिला व उसकी दो बेटियों ने डर की वजह से जहर निगल लिया था। तीनों के जहर खाने के बाद मौत होने पर दरोगा पर गाज गिर गई है। एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है। साथ ही एसपी ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है।
उपचार के दौरान मां और बेटी की हुई मौत
एसआईटी टीम में जांच करने के लिए महिला इंस्पेक्टर समेत दो इंस्पेक्टर एसआईटी में शामिल किया। एएसपी की देख रेख में ही जांच होगी। दरअसल बागपत के छपरौली के गांव बाछौड़ में पुलिस की अभद्रता से आहत होकर महिला गीता और उसकी बेटी प्रीति की बुधवार रात मेरठ में उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं दूसरी बेटी स्वाति ने दो दिन यानी उसी दिन दम तोड़ दिया था। पुलिस की दबिश के बाद परिवार के तीन सदस्यों की मौत से गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों ने गुरुवार की शाम मां-बेटी के शव गांव में पहुंचने पर जाम लगा दिया।
ग्रामीणों ने मुआवजा को लेकर लिखा डीएम को पत्र
ऐसा बताया जा रहा है कि पोस्टमार्टम के बाद गीता और उसके बेटी प्रीति के शव गुरुवार शाम करीब चार बजे गांव पहुंचे। जिसके बाद गांव में हंगामा शुरू हो गया। जैसे ही गांव में शव पहुंचा वाहन के आगे महिलाएं बैठ गई और सड़क पर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने दोषी दरोगा सहित अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। करीब साढ़े चार घंटे के बाद रात करीब 8:30 बजे ग्राम प्रधान ने 75 लाख रुपया मुआवजा देने के लिए एक पत्र डीएम और एसपी को सौंपा।
लड़की के परिजनों साथ छत के रास्ते घुसी थी पुलिस
पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग करते हुए एक पत्र डीएम और एसपी को सौंपा। दोनों अधिकारियों के शासन को संस्तुति करने के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। बता दें कि बाछौड़ गांव निवासी प्रिंस करीब 15 दिन पहले ही एक युवती के साथ फरार हो गया था। 24 मई को पुलिस युवती के परिजनों के साथ छत के रास्ते प्रिंस के घर घुसी थी। इस दौरान महिला के घर पर गीता और उसकी दो बेटी स्वाति व प्रीति ही थी। आरोप है कि पुलिस की अभद्रता से आहत होकर प्रिंस की मां, बहनों ने ऐसा कदम उठाया। जिसके बाद तीनों की मौत हो गई।
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