सार
बीएचयू में इफ्तार पार्टी के बाद हंगामा देखने को मिल रहा है। इस बीच पूर्व पीआरओ ने कई राजों से पर्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व कुलपति ने तो आयोजित होने वाली इफ्तार पार्टी में जाने से साफतौर पर इंकार कर दिया था।
वाराणसी: बीएचयू में वीसी की इफ्तार पार्टी के बाद कैंपस में इसको लेकर हो रहा हंगामा थमता नहीं दिख रहा है। पहले पुतला दहन हुआ, वीसी गो बैक के नारे लगे। हालांकि जब इसके बाद भी वीसी ने माफी नहीं मांगी तो छात्रों ने कुलपति आवास का गंगाजल से शुद्धिकरण भी करवाया और सिर मुंडवा लिया। मामले में अब छात्रों की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। हालांकि इस बीच मीडिया रिपोर्टस में पूर्व जनसंपर्क अधिकारी डॉ विश्वनाथ पांडेय की ओर से पर्दा उठाया गया है।
पूर्व कुलपति नहीं हुए ऐसे आयोजनों में शामिल
रिपोर्टस में पूर्व जनसंपर्क अधिकारी डॉ विश्वनाथ पांडेय के हवाले से बताया गया कि बीएचयू के पूर्व कुलपति गिरीश चंद पांडेय ने महिला महाविद्यालय में आयोजित हो रही इस इफ्तार पार्टी में जाने से साफतौर पर इंकार कर दिया था। जब तक उनका कार्यकाल रहा वह एक बार भी इस तरह के आयोजन में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे। यही नहीं पूर्व जनसंपर्क अधिकारी ने यह भी बताया कि उनके 35 वर्ष के कार्यकाल में कभी भी महिला महाविद्यालय में आयोजित इफ्तार पार्टी की रिलीज नहीं जारी की गई। अगर इस बार बीएचयू के जनसंपर्क कार्यालय से इसको लेकर कोई आधिकारिक सूचना आई है तो यह पूरी तरह से गलत है।
रिलीज जारी होने के बाद दिखी थी नाराजगी
आपको बता दें कि बीएचयू वीसी सुधीर कुमार जैन की इफ्तार पार्टी के बाद विश्वविद्यालय जनसंपर्क कार्यालय की ओर से इसको लेकर रिलीज भी जारी की गई। इसके बाद छात्र इस मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतर आए। यही नहीं छात्रों की ओर से आरोप लगाया गया कि विवि प्रशासन नई परंपरा की शुरुआत कर रहा है। इसी को लेकर उनका विरोध देखने को मिला। इस मामले को लेकर अभी भी छात्र संगठनों से लेकर अन्य लोगों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है।
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