सार
आज सपा कार्यालय में जनपद मुख्यालय से करीब 60 किमी से आए हजारों पदाधिकारी, कार्यकर्ता धमक पड़े। सपा के मुखिया अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ में गोपालपुर के बाद फूलपुर में बगावत का बिगुल बजा है। अभी 10 में से सात ही टिकट घोषित हुए हैं। निजामाबाद, दीदारगंज में भी अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
रवि प्रकाश सिंह
आजमगढ़: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha chunav 2022) ये पहले आजमगढ़ (Azamgarh) में फूलपुर पवई विधानसभा सीट पर पूर्व सांसद रमाकांत यादव (ramakant Yadav) को प्रत्याशी बनाए जाने का भारी विरोध हो रहा है। आज सपा कार्यालय में जनपद मुख्यालय से करीब 60 किमी से आए हजारों पदाधिकारी, कार्यकर्ता धमक पड़े। सपा के मुखिया अखिलेश यादव के गढ़ आजमगढ़ में गोपालपुर के बाद फूलपुर में बगावत का बिगुल बजा है। अभी 10 में से सात ही टिकट घोषित हुए हैं। निजामाबाद, दीदारगंज में भी अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
आज फूलपुर पवई विधानसभा क्षेत्र से हजारों की संख्या में लोग जिला मुख्यालय पर सपा कार्यालय पर पहुंच गए। विधानसभा अध्यक्ष, सेक्टर प्रभारी, बूथ प्रभारी सहित करीब 4500 कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष हवलदार यादव को इस्तीफा सौंपा। पूर्व सपा विधायक श्याम बहादुर यादव के समर्थन में कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिला अध्यक्ष को इस्तीफा देने के बाद वह लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष को इस्तीफा भेजेंगे। फूलपुर पवई विधानसभा से प्रत्याशी बदलने की मांग की गई है। समाजवादी पार्टी ने 2012 व 2017 में यहां से श्याम बहादुर यादव को चुनाव लड़वाया था। 2012 में श्याम बहादुर को विजय मिली थी जबकि 2017 में रमाकांत यादव के पुत्र बीजेपी प्रत्याशी अरुण कांत यादव ने श्यामबहादुर को हरा दिया था।
अब रमाकांत यादव सपा में है और रमाकांत का टिकट भी यहां से फाइनल हो गया है। इस प्रकार श्याम बहादुर यादव का पत्ता कट गया श्याम बहादुर यादव के समर्थन में आए लोगों ने कहा कि 2017 के चुनाव में रमाकांत यादव ने बीजेपी का गांव गांव प्रचार किया था और सपा कार्यकर्ताओं से काफी मारपीट भी हुई थी लेकिन सपा कार्यकर्ता मोर्चे पर डटे रहे थे आज उन्हीं सपा कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों के संघर्ष की अनदेखी कर रमाकांत यादव को ही टिकट दे दिया गया।
वहीं, समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष हवलदार यादव का कहना है कि पार्टी में कोई बगावत नहीं है हां टिकट वितरण को लेकर कुछ नाराजगी है । कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत करा दिया जाएगा। सभी कार्यकर्ताओं का एक ही उद्देश्य है प्रदेश में योगी सरकार को हटाना।
सूत्रों की माने तो अगर समाजवादी पार्टी ने फूलपुर पवई विधानसभा सीट से प्रत्याशी नहीं बदला तो पूर्व विधायक श्याम बहादुर यादव और उनके समर्थकों की बगावत नहीं थमेगी और श्याम बहादुर यादव हर हाल में फूलपुर पवई विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।