सार
एक बड़ा भाई अपने ही छोटे भाई को पहले खूब शराब पिलाई और फिर अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी गला घोंटकर हत्या कर डाली। पुलिस जांच में मर्डर की वजह सामने आई है जिसमें भाई की हिस्से की जमीन को हड़पने के लिए ऐसा कदम उठाया गया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले बिजनौर में जमीन के लिए एक भाई ने अपने छोटे भाई की हत्या के लिए प्लान बनाकर उसको मौत के घाट उतार दिया। ऐसा कोई पहला मामला नहीं है जहां पर ये हुआ है। आजकल ये आम होता जा रहा है, लोग जमीन-पैसे को लेकर अपने ही रिश्तों का गला घोट देते है। ऐसा करने से पहले रूंह तक नहीं कापती है। दरअसल बिजनौर में भी छोटे भाई को पहले खूब शराब पिलाई उसके बाद उसकी हत्या कर दी। साढ़े आठ बीघा जमीन की खातिर एक युवक ने दो साथियों के साथ मिलकर ही अपने छोटे भाई की हत्या कर दी।
मृतक के दादा ने दी तहरीर
बड़े भाई ने अपने ही छोटे भाई की हत्या से पहले उसे खूब शराब पिलाई और फिर गला घोंट दिया। पुलिस ने इस मामले में तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दरअसल मंडावली थाना क्षेत्र के गांव रामनगर के जंगल में 20 मई को अज्ञात शव पड़ मिला था। जिसकी पहचान 20 वर्षीय लवी पुत्र स्वर्गीय शूरवीर सिंह निवासी गांव रसीदपुर गढ़ी के रूप में हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घुटने से मौत होना पाया गया। मृतक के दादा की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की थी।
पूछताछ में आरोपी भाई ने बताया
सोमवार को पुलिस अधीक्षक डॉ धर्मवीर सिंह ने इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि हत्यारोपी वासु उर्फ यश कुमार पुत्र राजेंद्र निवासी रामपुर बकली, शोभित पुत्र स्व. शूरवीर निवासी रसीदपुर गढ़ी और गजेंद्र पुत्र महेंद्र निवासी ताहरपुर थाना हल्दौर को गिरफ्तार किया गया है। आगे बताते है कि पुलिस की पूछताछ में शोभित ने बताया कि उसके हिस्से में साढ़े आठ बीघा जमीन थी और इतनी ही जमीन उसके भाई लवी के पास थी। लेकिन शोभित ने अपनी जमीन को बहुत पहले ही बेच दिया और सारा पैसा मौज मस्ती में उड़ा दिया।
भाई की जमीन को चाहता था लेना
पैसा न होने की वजह से आरोपी शोभित ने अपने भाई लवी की हत्या करने का प्लान बनाया। ऐसा उसने इसलिए किया ताकि उसके भाई की हिस्से की साढ़े आठ बीघा जमीन उसके हिस्से आ जाए। हत्यारे भाई ने अपने साथी वासु और गजेंद्र के साथ मिलकर साजिश रची। जिसके तहत 19 मई की शाम कार से अपने भाई लवी को हरिद्वार घुमाने ले गया। उसके बाद रास्ते में रुक कर लकड़ाहन नदी के किनारे शराब पी और लवी को भी शराब पिलाई। नशे की हालत में होने पर गमछे से लवी का गला घोंट दिया और उसकी हत्या कर दी।
मोबाइल फोन से हुई मृतक की पहचान
उन्होंने बताया कि मृतक लवी की जेब से मोबाइल फोन बरामद हुआ था, जिसे पुलिस ने बरामद कर चार्ज किया। इसके जरिए ही सीडीआर खंगाला गया और मोबाइल से ही मृतक की पहचान हुई। जिसके बाद हत्याकांड की कड़िया खुलती चली गई। इतना ही नहीं आरोपी शोभित ने हरिद्वार के रहने वाले किसी व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराने का प्रयास किया। तब तक पुलिस सीडीआर के सहारे काफी कुछ जान चुकी थी। इसी वजह से पुलिस ने वह झूठी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पुलिस सूत्रों के अनुसार शव बरामद होने के अगले दिन ही आरोपी शोभित और अन्य मंडावली थाने पहुंचे।
बेसुध होने तक पिलाई शराब
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हत्याकांड को अंजाम देने से पहले ही करीब पंद्रह दिन पहले से ही साजिश रची जा रही थी। हत्या वाले दिन आरोपियों को लवी को कार में बैठाया और नजीबाबाद की तरफ निकल पड़े। पुलिस सूत्रों की मानें तो लवी को तब तक शराब पिलाई गई जब तक वह बेसुध नहीं हो गया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में निरीक्षक मनोज परमार, जर्रार हुसैन, थानाध्यक्ष नरेंद्र गौड़, स्वाट प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र कुमार, एसआई धर्मेंद्र सिंह, मनीष कुमार आदि शामिल रहे। यह सब प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक डॉ धर्मवीर सिंह ने बताई। इस दौरान एएसपी सिटी डॉ. प्रवीन रंजन सिंह, एएसपी देहात राम अर्ज भी मौजूद रहे।
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