सार

अमेठी पुलिस की कस्टडी में एक व्यापारी की मौत हो गयी। पुलिस व्यापारी को लेकर सुल्तानपुर जिला अस्पताल पहुंची लेकिन डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया

सुल्तानपुर(Uttar Pradesh ). अमेठी पुलिस की कस्टडी में एक व्यापारी की मौत हो गयी। पुलिस व्यापारी को लेकर सुल्तानपुर जिला अस्पताल पहुंची लेकिन डॉक्टरों ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के बेटे ने पुलिस पर थर्ड डिग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्हें पिता की मौत का जिम्मेदार बताया है। मामले में अमेठी की एसपी ख्याति गर्ग ने पुलिस कस्टडी में मौत को सिरे से खारिज कर दिया है। 

गौरतलब है कि बीते पांच अक्टूबर को अमेठी के पीपरपुर थाना क्षेत्र स्थित भादर में स्थित यूको बैंक के मैनेजर मुनीश कुमार गौतम, कैशियर अंशू सिंह के साथ कार से कैश लेने निकले थे। मैनेजर पहले अमेठी के पंजाब एंड सिंद बैंक गए और वहां से प्रतापगढ़ के बाबूगंज स्थित यूको बैंक गए। पंजाब एंड सिंद बैंक अमेठी से 12 लाख व यूको बैंक बाबूगंज से 14 लाख रुपए लेकर वह कार से अंतू, धौरहरा होते हुए भादर आ रहे थे। लेकिन पीपरपुर थाना इलाके के परसोइया गांव के पास पीछे से आए बाइक सवार तीन बदमाशों ने फायरिंग कर नकदी लूट ली थी। अमेठी पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी। इसी मामले में शक के आधार पर पुलिस ने प्रतापगढ़ के अंतू थाना क्षेत्र निवासी सत्य प्रकाश शुक्ला को कल देर रात उनके घर से गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि सत्यप्रकाश शुक्ला व्यवसायी थे और बाबूगंज स्थित यूको बैंक इन्ही के घर में किराए पर चलती है। 

पुलिस ने व्यापारी के घर में कराई खुदाई 
घटना के बाद पुलिस को शंका थी कि लुटेरे प्रतापगढ़ जनपद के रहने वाले हैं।  मृतक के बेटे ने बताया कि सोमवार की देर रात पीपरपुर पुलिस और एसओजी टीम उनके घर बाबूगंज बाजार पहुंची। पुलिस ने पहले घर में सभी के साथ अभद्रता की उसके बाद लूट का पैसा बरामद करने के लिए घर में संभावित स्थानों पर खुदाई शुरू कर दी। लूट का पैसा जब उन्हें नहीं मिला तो वह उनके पिता सत्य प्रकाश शुक्ला को अपने साथ उठा ले गयी। पुलिस ने उन्हें पूरे रास्ते मारा पीटा उसके बाद थाने में ले जाकर थर्ड डिग्री का प्रयोग किया। जिससे उनकी मौत हो गयी। 

बेटे को भी पुलिस ले गई थी साथ 
मृतक सत्य प्रकाश शुक्ला के भाई ने आरोप लगाया है कि देर रात बड़ी संख्या के पुलिस उनके घर पहुंची और उनके भाई को हिरासत में लेकर थाने आई। इस दौरान उन्हें और सत्य प्रकाश के बेटे को भी पुलिस ने पकड़ लिया। काफी मिन्नतों के बाद उन्हें छोड़ा गया। उन्होंने कहा कि इसके बाद पुलिस की थर्ड डिग्री से सत्य प्रकाश की मौत हो गई। उनका कहना है पुलिस टीम में करीब 10 से 12 लोग थे, इन्होंने उनके पिता की रास्ते में ही पिटाई शुरू कर दी थी। उनके पिता की पीटे जाने से मौत हुई है। 

आरोपी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मामला दर्ज 
इस मामले में सुल्तानपुर के पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार के निर्देश पर क्राइम ब्रांच प्रभारी, पीपरपुर थाने की पुलिस समेत 15 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। कोतवाली नगर में आरोपी पुलिसकर्मियों पर आईपीसी की धारा 302, 392, 452, 504 के तहत कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए हैं। पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने में जुट गई है।