सार
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का हिंसा और उपद्रव में हाथ होने का खुलासा कॉल रिकॉर्ड से हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी की है।
मेरठ (उत्तर प्रदेश) । नागरिकता संशोधन कानून को लेकर 20 दिसंबर को हुए हिंसा में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का हाथ सामने आया है। नौचंदी थाने की पुलिस ने सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष नूर हसन और उनके ड्राइवर मुईद हाशमी को गिरफ्तार कर लिया है। दावा है कि पुलिस को उनके पास से भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।
कॉल रिकॉर्ड से हुआ खुलासा
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का हिंसा और उपद्रव में हाथ होने का खुलासा कॉल रिकॉर्ड से हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी की है।
6 लोगों की गई थी जान
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के मामले में मेरठ प्रशासन ने 148 लोगों को नोटिस जारी किया है। प्रशासन के मुताबिक, 517 शस्त्र लाइसेंस धारकों और 148 अभियुक्तों को नोटिस जारी किया है। नवीनीकरण के लिए लंबित इन 517 में से 400 शस्त्र लाइसेंसों को फिलहाल रोक दिया गया है। बताे दे कि इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में अब तक 13 एफआईआर दर्ज हुए हैं, जिनमें 117 लोगों को नामजद किया गया है।
(प्रतीकात्मक फोटो)