सार

ठेकेदार अजय हस्तिनापुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उसने गाजियाबाद स्थित सीबीआई ऑफिस में विकास की शिकायत की थी।

मेरठ (उत्तर प्रदेश). गुरुवार रात सीबीआई ने तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते सीजीएसटी के अधीक्षक को गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि मेरठ के जली कोठी स्थित सीजीएसटी कार्यालय की ऑडिट सेल में तैनात अधीक्षक विकास कुमार ने विद्युत ठेकेदार अजय कुमार से टैक्स की फाइल को क्लियर करने के बदले आठ लाख रुरए की रिश्वत मांगी थी। जिसके बाद सौदा पांच लाख में तय हुआ था।
 
ठेकेदार अजय हस्तिनापुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उसने गाजियाबाद स्थित सीबीआई ऑफिस में विकास की शिकायत की थी। सूत्रों के मुताबिक, शिकायत के बाद सीबीआई की 10 लोगों की टीम गुरुवार सुबह ही मेरठ पहुंच गई थी। शाम करीब पांच बजे अजय को तीन लाख रुपये लेकर रिश्वत देने के लिए सीजीएसटी के ऑडिट ऑफिस भेजा गया। अजय जैसे ही पैसे देकर वापस आया वैसे ही सीबीआई की टीम विकास कुमार के ऑफिस पहुंची और उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया। 

हालांकि, पकड़े जाने पर विकास ने रिश्वत लेने से इनकार कर दिया। जिसके बाद सीबीआई ने वीडियो कैमरे के सामने उसके हाथ पानी में डलवाए, तो नोटों पर लगा रंग पानी में घुल गया। बाद में टीम ने बाथरूम में लगे बिजली के स्विच बोर्ड के पीछे से रिश्वत की रकम बरामद कर ली। 

सीबीआई टीम ने आरोपी की पत्नी को भी ऑफिस बुलाया। उनके घर पर भी छानबीन की गई। कुछ फाइलें जांच के लिए जब्त की गई है। सूत्रों की मानें तो सीबीआई टीम विकास को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर ले सकती है।