सार

दोषियों को फांसी का डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया के गांव में खुशी का माहौल है। मंगलवार देर रात तक गांव में खुशियां मनाई गई। लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। साथ ही इस फैसले के लिए कोर्ट को धन्यवाद दिया।

बलिया (Uttar Pradesh). दोषियों को फांसी का डेथ वारंट जारी होने के बाद निर्भया के गांव में खुशी का माहौल है। मंगलवार देर रात तक गांव में खुशियां मनाई गई। लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। साथ ही इस फैसले के लिए कोर्ट को धन्यवाद दिया। बता दें, 7 जनवरी को निर्भया कांड के दोषियों को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने फांसी का डेथ वारंट जारी कर दिया। चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। हालांकि, इस दौरान दोषी अपनी याचिकाएं लगा सकते हैं। कोर्ट ने कहा, आपके पास 14 दिन हैं, आप अपने कानून विकल्प तलाश सकते हैं।

डेथ वारंट जारी करने के लिए जज साहब को धन्यवाद
यूपी के बलिया जिले के नरही थाना क्षेत्र में निर्भया का पैतृक गांव है। निर्भया के दादा ने कहा, हम सुबह से ही टीवी पर नजर बनाए हुए थे। सभी को बस इस बात का इंतजार था कि बेटी के दोषियों को फांसी कब दी जाएगी। जैसे ही कोर्ट ने चारों दोषियों को फांसी का डेथ वारंट जारी हुआ, वैसे सब खुशी से झूम उठे। निर्भया की मां ने न्याय के लिए लंबा संघर्ष किया। देश में ऐसी व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। इस तरह के केस में तुरंत न्याय की व्यवस्था होनी चाहिए। देर भले हुई लेकिन परिवार को न्याय मिला, जिसके लिए हम जज साहब को धन्यवाद देना चाहते हैं। 

क्या हुआ था उस रात
16 दिसंबर 2012 की रात बस का ड्राइवर राम सिंह खुरापात करने का प्लान बनाता है। उसके साथ मुकेश, अक्षय, पवन, विनय और एक नाबालिग भी थे। सभी लोग बस लेकर रविदास कैंप आरके पुरम से निकलते हैं और आरके पुरम में बस में CNG डलवाई। बस मुनिरका बस स्टैंड पहुंचती है। जहां निर्भया और उसका दोस्त अवनींद्र खड़े थे। बस से नाबालिग आवाज लगाता है, 'पालम, नजफगढ़, द्वारका'। पालम जाने का किराया पूछकर निर्भया और अवनींद्र बस में बैठ जाते हैं। पैसे लेते समय एक आरोपी निर्भया पर बुरी नजर डालता है, जिसपर अवनींद्र विरोध करता है। इसपर बस में सवार सभी आरोपी उसे जमकर पीटते हैं। डरकर अवनींद्र सीट के नीचे छुप जाता है। उसके बाद सभी आरोपी बारी बारी निर्भया के साथ हैवानियत करते हैं। महिपालपुर में निर्भया और अवनींद्र को बस ने नीचे फेंक आरोपी फरार हो जाते है।