सार
चंद्रशेखर आजाद ने 33 प्रत्याशियों के नामों की लिस्ट जारी की। अखिलेश यादव पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि हमारा मकसद सत्ता नहीं बल्कि सामाजिक बदलाव है।
लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनावों से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर के बीच तल्खियां खुलकर सामने आ गई हैं। चंद्रशेखर ने तो यहां तक कह दिया है कि आज मैं डर गया तो कल कोई भी युवा हिम्मत नहीं कर पाएगा। सारे नेता सत्ता के भूखे हैं। हमारे साथ छल हुआ। लोग हंस रहे होंगे कि उन्होंने चंद्रशेखर को बेवकूफ बना दिया लेकिन हमारा लक्ष्य सत्ता प्राप्ति का नहीं बल्कि सामाजिक परिवर्तन था। आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के लाखों कार्यकर्ताओं ने विपक्ष की भूमिका को निभाया है।
इस बीच कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर चंद्रशेखर ने कहा कि वह शाम तक चौंकाने वाली खबर सामने ला सकते हैं। इसी के साथ कहा कि अगर पार्टी ने तय किया तो वह गोरखपुर से(सीएम योगी के खिलाफ) चुनाव लड़ेंगे। चंद्रशेखर ने इस दौरान अखिलेश यादव पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पहले हमें 25 सीट का वादा किया गया था। उन्हें(चंद्रशेखर) विधायक और मंत्री पद का ऑफर भी मिला था। लेकिन उन्होंने नकार दिया। अब अगर सपा उनको 100 सीट भी देगी तो वह उसके साथ नहीं जाएंगे। बीजेपी को रोकने के लिए वह अन्य राजनीतिक दलों की मदद करेंगे। चंद्रशेखर ने बताया कि बसपा सुप्रीमो मायावती से भी गठबंधन का प्रयास किया गया था लेकिन उधर से कोई जवाब ही नहीं आया।
अखिलेश को चाहिए दलित वोट लेकिन दलित नेता नहीं
यूपी चुनाव को लेकर चंद्रशेखर सपा प्रमुख अखिलेश यादव से दो बार मुलाकात कर चुके हैं। दोनों के बीच गठबंधन पर भी बात हुई थी। लेकिन बाद में कुछ अनबन हो गई। चंद्रशेखर ने आरोप लगाया था कि अखिलेश को दलित वोट तो चाहिए लेकिन दलित नेता नहीं चाहिए। वहीं अखिलेश यादव का कहना है कि गठबंधन में भीम आर्मी को 2 सीटें दी जा रही थीं। इसको लेकर चंद्रशेखर राजी भी हो गए थे। लेकिन फिर उनके(चंद्रशेखर) के पास किसी का फोन आ गया और वह पलट गए।