सार
यौन शोषण के आरोपी पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को सोमवार देर शाम लखनऊ के एसजीपीजीआई से डिस्चार्ज कर दिया गया। जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच एंबुलेंस से उन्हें शाहजहांपुर जेल भेज दिया गया।
लखनऊ (Uttar Pradesh). यौन शोषण के आरोपी पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को सोमवार देर शाम लखनऊ के एसजीपीजीआई से डिस्चार्ज कर दिया गया। जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच एंबुलेंस से उन्हें शाहजहांपुर जेल भेज दिया गया। बता दें, सीने में दर्द की शिकायत के बाद 23 सितंबर को स्वामी को एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। पीजीआई लखनऊ के सीएमएस प्रो. अमित अग्रवाल ने बताया, अब चिन्मयानंद की तबीयत पूरी तरह ठीक है।
चिन्मयानंद और छात्रा की जमानत अर्जी खारिज
जिला सत्र न्यायालय के सरकारी वकील अनुज कुमार ने बताया, चिन्मयानंद और उनसे रंगदारी मांगने की आरोपी पीड़ित छात्रा दोनों की जमानत याचिका को जिला सत्र न्यायालय ने निरस्त कर दिया है। वहीं, चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने बताया, अब मामले की अपील इलाहाबाद हाईकोर्ट में करेंगे।
जानें क्या है छात्रा का मामला
अटल सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के आश्रम द्वारा संचालित कॉलेज की छात्रा ने यौन शोषण का आरोप लगाया। कोर्ट के दखल के बाद मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई। एसआईटी ने पूछताछ के बाद स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी ओर एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमे छात्रा अपने कुछ दोस्तों के साथ स्वामी से रंगदारी की बात कर रही थी। जिसके बाद छात्रा को भी उसके दोस्तों के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जेल में स्वामी चिन्मयानन्द की तबियत बिगड़ गयी, जिसके बाद इलाज के लिए लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
छात्रा पर ब्लैकमेलिंग कर पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप
पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप और यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा को एसआईटी ने स्वामी को ब्लैकमेलिंग कर उनसे 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पीड़िता की गिरफ्तारी के बाद एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। प्रेस कांफ्रेंस में आईपीएस भारती सिंह ने बताया कि चिन्मयानंद को मोबाइल पर धमकी भरा मैसेज भेजा गया था। जिसमें उनसे पांच करोड़ रुपए की मांग की गई थी। रंगदारी नहीं देने पर उनका अश्लील वीडियो टीवी चैनल पर चलवा कर उनकी इज्जत मिट्टी में मिलाने की धमकी दी गई थी।