सार
यूपी के जिले वाराणसी में देव दीपावली का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काशी पहुंचे है। वह देव दीपावली के साथ-साथ विकास कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। देव दीपावली के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली है।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश की विश्वनाथ नगरी काशी की देव दीपावली पूरी दुनिया में विख्यात है। इस महाउत्सव को कार्तिक महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है तो गंगा तट के सभी घाटों को लाखों दीयों से रौशन भी किया जाता है। काशी की देव दीपावली को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इसी बीच कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पहुंच चुके हैं। पुलिस लाइन हेलीपैड से सीएम योगी का काफिला सर्किट हाउस पहुंचा।
बाबा की पूजा-अर्चना के बाद सीएम रात में ही होंगे रवाना
सीएम योगी सर्किट हाउस में देव दीपावली और तमिल संगमम की तैयारियों के अलावा विकास कार्यों की भी समीक्षा करेंगे। वहीं बाबा कालभैरव मंदिर व काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करने के बाद रविवार की रात ही लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगे। बता दें कि देव दीपावली को भव्य और दिव्य स्वरूप देने के लिए शासन-प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक रखी है। पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मुख्य चौराहों पर सतरंगी छटा लोगों को आनंदित करने लगी है। नगर निगम ने तेलियाबाग, कचहरी, संत अतुलानंद, गोदौलिया, मलदहिया, मैदागिन समेत 26 प्रमुख चौरहों को आकर्षक सतरंगी झालरों से सजा दिया है।
काशीवासियों के सहयोग से 11 लाख दीपक जलेंगे
जिला प्रशासन की ओर से दस लाख दीपक और काशीवासियों के सहयोग से 11 लाख दीपक जलाए जाएंगे। इस बार काशी के घाट, कुंड और सरोवरों पर 21 लाख दीपों की रोशनी की आभा दीप मालिकाओं का स्वर्णिम संसार रचेगी। काशीवासियों के साथ-साथ देश-विदेश के लोग भी इस अद्भुत पल के साक्षी बनेंगे। गंगा किनारे खिड़किया घाट से लेकर रविदास घाट के बीच सभी 88 घाटों के बगल के भवनों को आकर्षक झालरों से सजाया गया है। इन सबके अलावा काशी के पंचक्रोशी परिक्रमा रास्ते के तहत ग्रामीण व शहरी इलाकों में 101 स्थानों पर देव दीपावली महोत्सव का आयोजन पहली बार होगा।
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