सार

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त नायब तहसीलदारों से कहा कि आपके कार्यों से प्रदेश की जनता के जीवन में खुशहाली आए और प्रदेश तरक्की की राह पर आगे बढ़ें, ऐसी मैं आशा करता हूं। 

लखनऊ: लोकभवन में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने लोक सेवा आयोग से चयनित नायब तहसीलदारों और माध्यमिक शिक्षा विभाग के प्रवक्ता (Spokesperson ) व सहायक अध्यापकों (Assistant Teacher) को नियुक्ति पत्र वितरित किए। लखनऊ में स्वरोजगार संगम कार्यक्रम में 5,06,995 लाभार्थियों को 4,314 करोड़ का ऋण वितरण किया गया। इस दौरान शिक्षा मंत्री और डिप्टी मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (Deputy CM Dinesh Sharma) , राज्य मंत्री गुलाबो देवी समेत शासन के कई अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditiyanath) ने नवनियुक्त नायब तहसीलदारों से कहा कि आपके कार्यों से प्रदेश की जनता के जीवन में खुशहाली आए और प्रदेश तरक्की की राह पर आगे बढ़ें, ऐसी मैं आशा करता हूं। 

समय सीमा के अंदर पूरी की गई चयन प्रक्रिया
मुख्यमंत्री ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में नवचयनित 57 नायब तहसीलदार, 171 प्रवक्ता व 69 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र बांटे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा आप सभी नवचयनित युवाओं को बहुत बहुत शुभकामनाएं। इस पारदर्शी और ईमानदार चयन प्रक्रिया के बाद चयन होकर नियुक्त सभी अभ्यर्थियों का हृदय से अभिनन्दन करता हूं। मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि चयन प्रक्रिया को एक समय सीमा के अंदर पूरा किया गया। इसमें किसी भी तरह की सिफारिश, लेन-देन या किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप आज से शासन के अंग बन गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर राजस्व विभाग में नायब तहसीलदार एक महत्वपूर्ण कड़ी है। विभिन्न प्रकार के समस्याओं, भूमि आवंटन, राजस्व देयो, जन सामान्य की शिकायतों के निस्तारण, ग्राम समाज की भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटवाना, पंचायत नामाउच्च न्यायालय में शपथ दाखिल करवाना आदि कार्य होते हैं, जो महत्वपूर्ण दायित्व है।

चयन के साथ प्रमोशन की प्रक्रिया को साथ लेकर चल रहे सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग मेहनत करने वाले हैं, उन्हें पूरी पारदर्शिता के साथ नौकरी मिली। साल 2017 के पहले नियुक्ति निकलती थी तो चाचा, भतीजा, भांजे, महाभारत के सभी रिश्ते वसूली पर निकल पड़ते थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर पहले भी पारदर्शी व्यवस्था के तहत नौकरियां दी गई होती तो यहां सभागार में बैठे बहुत सारे अभ्यर्थियों को सालों  पहले नौकरी मिल गई होती। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चयन के साथ प्रमोशन दोनों प्रक्रिया साथ लेकर चल रहे हैं। शिक्षा विभाग ने भी अनेक कीर्तिमान स्थापित किए, ऑनलाइन एजुकेशन, नकलविहीन परीक्षा,और शिक्षा नीति लागू करने के कार्य भी हुए। अब तक हम अलग-अलग शिक्षा में 1 लाख 75 शिक्षकों की भर्तियां हो चुकी हैं, जो आज तक कभी नहीं हुई। 

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