सार
गौरतलब है कि इस सीट से तीन बार विधायक रहे राधामोहन दास का पत्ता काट कर योगी को चेहरा बना दिया गया है। अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि दास को आगे चुनाव में उतार जाएगा भी या नहीं।
गोरखपुर: सीएम योगी (CM Yogi) के चुनावी टिकट को लेकर लगातार बाजार गर्म था। हर कोई ये जानने को बेताब था कि योगी आदित्यनाथ (CM Yogi AditiyaNath) कहां से चुनावी मैदान में उतरेंगे। वहीं बहुत से लोग चाहते थे कि सीएम अयोध्या या मथुरा से चुनाव लड़ें। शनिवार को सभी अटकलों को समाप्त करते हूं बीजेपी (BJP) ने गोरखपुर से उनको टिकट देने का फैसला किया। गोरखपुर सदर सीट (Gorakhpur sadar Seat) जहां पिछले 33 साल से बीजेपी का कब्जा है। मौजूदा विधायक राधामोहन दास (Radha Mohan Das) ने सीएम का स्वागत करते हुए कहा है कि हम बीजेपी के कार्यकर्ता हैं और हर निर्णय का स्वागत करते हैं।
गौरतलब है कि इस सीट से तीन बार विधायक रहे राधामोहन दास का पत्ता काट कर योगी को चेहरा बना दिया गया है। अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि दास को आगे चुनाव में उतार जाएगा भी या नहीं।
पिछले 33 सालों से भगवा का कब्जा
दरअसल गोरखपुर सदर विधानसभा सीट पर पिछले 33 सालों से भगवा का कब्जा है। इन 33 सालों में कुल 8 चुनाव हुए जिनमें से 7 बार बीजेपी और एक बार हिन्दू महासभा (योगी आदित्यनाथ के समर्थन से) के उम्मीदवार ने जीत हासिल की। वर्ष 2002 में इस सीट से डा. राधा मोहन दास अग्रवाल हिन्दू महासभा (Hindu Maha Sabha) के बैनर तले जीते लेकिन जीतने के बाद ही वह बीजेपी में शामिल हो गए। और वह तब से ही लगातार इस सीट से जीतते आ रहे हैं।
राजनीति से पहले बीएचयू में थे प्रोफेसर
पेशे से डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) से एमबीबीएस एमडी की पढ़ाई की। उसके बाद 5 साल बीएचयू में प्रोफेसर भी रहे। उसके बाद राधा मोहन दास नौकरी छोड़कर गोरखपुर आ गए और पहली बार के प्रयास में ही सन 2002 में विधायक बने।