सार
हाल ही में कांग्रेस का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए इमरान मसूद पर अब कानूनी शिकंजा कस गया है। इमरान मसूद पर अंबाला रोड पर कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बिना अनुमति बैठक करने को लेकर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। उन पर आचार संहिता के उल्लंघन और कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करने का आरोप है।
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में चुनावी तारीखों के ऐलान के साथ प्रदेश भर में आचार संहिता भी लागू कर दी गई। इसी बीच कोरोना (covid 19) के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने सामूहिक जनसभाओं और रैलियों पर कड़ाई के साथ पूरा प्रतिबंध लगा दिया था। इसी बीच यूपी के सोमवार को सहारनपुर (Saharanpur) में कांग्रेस नेता इमरान मसूद (Imran masood) की ओर से अपने घर पर बैठक बुलाई गई थी। बिना प्रशासनिक अनुमति के बैठक आयोजित करने के चलते जिला प्रशासन (district administration) ने सख्ती दिखाई है। जिला प्रशासन ने इमरान मसूद समेत 10 लोगों पर नामजद व 300 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
सपा में शामिल होने के चलते आयोजित हुई थी बैठक
आपको बता दें कि सहारनपुर से कांग्रेस के तेजतर्रार नेता और राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद ने सोमवार को अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ने और सपा में शामिल होने का ऐलान कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, बैठक को लेकर इमरान मसूद ने सख्ती के बावजूद जिला प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली। बैठक की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने तत्काल एक्शन लिया। जिसके चलते प्रशासन की ओर से कांग्रेस नेता इमरान मसूद समेत 300 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कोविड प्रोटोकॉल और आचार संहिता के उल्लंघन के चलते दर्ज हुआ मुकदमा
जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक, सहारनपुर के कुतुबशेर थाने में इमरान मसूद सहित 10 लोगों को नामजद व 300 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इन सभी के खिलाफ कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के चलते महामारी अधिनियम 3 व 4, आचार संहिता का उल्लंघन करने के चलते धारा संख्या 188, 171-H, 269 व 270 में मुकदमा दर्ज किया गया है। सहारनपुर के एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि इमरान मसूद ने सपा में शामिल होने की घोषणा को लेकर अपने निवास स्थान पर बुलाई थी और बैठक को लेकर प्रशासन से अनुमति नहीं ली, जिसके चलते उनपर कार्रवाई की गई है।
2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में मिली हार
इमरान मसूद कांग्रेस का बड़ा चेहरा माने जाते हैं। वे 2007 में यूपी की मुजफ्फराबाद सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। यहां से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। इसके बाद वे 2014 और 2019 में लोकसभा चुना लड़ चुके हैं। हालांकि, दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इमरान मसूद को कांग्रेस ने हाल ही में बड़ी जिम्मेदारी दी थी। उन्हें कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया था। इसके अलावा राष्ट्रीय सचिव के साथ दिल्ली प्रभारी भी थे। लेकिन कुछ समय पहले ही इमरान ने सपा को सबसे बड़ा विपक्षी दल बता कर सबको चौंका दिया था।