सार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार की कांग्रेस ने समीक्षा शुरू कर दी है। इसके लिए पार्टी से चुनाव लड़े प्रदेश के सारे प्रत्याशियों को नई दिल्ली बुलाया गया है। उनसे पूछा जाएगा- क्यों हारे? साथ ही पार्टी संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए सुझाव भी मांगे जाएंगे।

राजीव शर्मा
बरेली:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बुरी तरह पराजय के बाद कांग्रेस अब दो साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए फिर से खुद को खड़ा करने के लिए रणनीति बनाने पर काम करने लगी है। प्रियंका गांधी के कमान संभालने के बाद भी उत्तर प्रदेश में पराजय के कारण जानने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने पार्टी के सभी हारे प्रत्याशियों को नई दिल्ली बुलाया है। उनसे आमने-सामने पूछा जाएगा कि वे चुनाव क्यों हारे और पार्टी के हित में उनके क्या सुझाव हैं।

आंकड़ों के साथ बुलाए गए पदाधिकारी
असल में, कांग्रेस मुख्यालय से सभी जिलों के जिलाध्यक्षों को इस बाबत निर्देश भेजे गए हैं। अवगत कराया गया है कि पार्टी मुख्यालय पर जिलावार समीक्षा बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें हर जिले से सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी अनिवार्य है। जिला और महानगर अध्यक्षों, जिला प्रभारियों और विधानसभा चुनाव लड़े पार्टी के सभी प्रत्याशियों को पार्टी मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से बुलाया गया है। सभी जिलों के वरिष्ठ नेताओं की बैठक अलग-अलग होगी। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी, निर्वतमान प्रदेश अध्यक्ष मौजूद रहकर सभी जिलों के पदाधिकारियों और प्रत्याशियों से खुली बैठक में बात करेंगे। हार के कारणों पर बात करेंगे, जातिगत और सामजिक समीकरण पर बात करेंगे। इसके लिए सभी जिलों के अध्यक्ष और प्रभारियों से सभी दलों के प्रत्याशियों को हर विधानसभा में मिले मतों के आंकड़ों के साथ बुलाया गया है।

मांगे जाएंगे पार्टी हित में सुझाव
सभी जिलों के प्रमुख पदाधिकारियों और हारे प्रत्याशियों से पार्टी हित के लिए सुझाव भी लेकर पार्टी मुख्यालय पहुंचने को कहा गया है। पार्टी को कैसे संगठित, मजबूत किया जाए और कैसे जनाधार बनाया जाए। इस पर उनसे चर्चा की जाएगी। बरेली रीजन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया रिप्रेजेंटेटिव जियाउर रहमान ने बताया कि पार्टी हाईकमान के निर्देश के बाद सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों और पार्टी प्रत्याशियों को बैठक में निर्धारित तिथि पर पहुंचने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि जिलावार समीक्षा बैठक कांग्रेस के 15 नई दिल्ली स्थित जीआरजी कार्यालय पर होगी। 21 अप्रैल को यूपी के 14 जिलों के पदाधिकारियों और प्रत्याशियों को बुलाया गया है। इन जिलों में बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं, हाथरस, एटा, संभल, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरेया, कासगंज, अलीगढ़ हैं।

प्रशांत किशोर के आने से उम्मीद जगी
कांग्रेस को मजबूत रणनीति देने के लिए रणनीतिकार प्रशांत किशोर आगे आए हैं। इन दिनों उनकी सलाह पर कांग्रेस हाईकमान काम कर रहा है। माना जा रहा है कि जिलावार समीक्षा बैठक उनके ही सुझाव पर बुलाई गई हैं। ऐसे में, प्रशांत किशोर के रणनीतिक का जिम्मा संभालने से पार्टी नेताओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि अगर प्रशांत किशोर की रणनीति अगर कामयाब हुई तो पार्टी लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकेगी।

तिकुनिया हिंसा: आशीष मिश्र की जमानत रद्द होने पर हाईकोर्ट लखनऊ बेंच ने भेजा मेल, जिला जज को दिए गए ये निर्देश

पैसेंजर ट्रेन में बीजेपी सांसद ने सुनी लोगों की समस्याएं, 30 किमी के सफर में अलग-अलग डिब्बों में जाकर जाना हाल

एसटीएफ ने स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी अरमान खान को उठाया, परिजनों ने कहा-बहाने से घर में घुसे थे लोग

602 मंदिर, 265 मस्जिद और 175 डीजे संचालकों को दिया गया नोटिस, सीएम योगी के निर्देश के बाद एक्शन में अधिकारी